ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार भागलपुरश्रावणी मेला 2019: परेशानियों के बीच शिवभक्तों की कांवर यात्रा शुरू-VIDEO

श्रावणी मेला 2019: परेशानियों के बीच शिवभक्तों की कांवर यात्रा शुरू-VIDEO

श्रावणी मेले का भले ही सरकारी स्तर पर उद्घाटन कर दिया गया हो लेकिन मेला के नाम पर यहां सारी तैयारी आधी अधूरी है। इसी तैयारी के बीच भोलेदानी के भक्त कड़ी धूप और उमस भरी गर्मी में अपनी कांवर यात्रा शुरू...

श्रावणी मेला 2019: परेशानियों के बीच शिवभक्तों की कांवर यात्रा शुरू-VIDEO
सुल्तानगंज(भागलपुर)। निज संवाददाताWed, 17 Jul 2019 01:24 PM
ऐप पर पढ़ें

श्रावणी मेले का भले ही सरकारी स्तर पर उद्घाटन कर दिया गया हो लेकिन मेला के नाम पर यहां सारी तैयारी आधी अधूरी है। इसी तैयारी के बीच भोलेदानी के भक्त कड़ी धूप और उमस भरी गर्मी में अपनी कांवर यात्रा शुरू कर चुके हैं। गंगा का जलस्तर यहां बढ़ रहा है। गंगा स्नान के दौरान कांवरियों को स्नान करने की जितनी सुविधा दिए जाने का दावा प्रशासन द्वारा किया गया था वह नहीं दिख रहा है।

मंगलवार को उद्घाटन के बाद बुधवार से सावन मेला शुरू है। पर कोई भी विभाग अपने कार्य को पूर्ण नहीं कर सका है। दोनों घाटों के रास्ते में जमा कीचड़ को बालू डालकर काम चलाऊ बना दिया गया है। घाट की स्थिति पूर्व की तरह बनी हुई है। गंगा का जलस्तर यहां बढ़ रहा है। गंगा स्नान के दौरान कांवरियों को स्नान करने की जितनी सुविधा दिए जाने का दावा प्रशासन द्वारा किया गया था वह नहीं दिख रहा है।


 
गुरु पूर्णिमा पर कई राज्यों के भक्तों ने उठाए गंगाजल
गुरु पूर्णिमा के मौके पर काफी संख्या में बंगाल, उड़ीसा, सिलीगुड़ी, महाराष्ट्र, राजस्थान, आसाम के कांवरियों ने  गंगा स्नान कर अपने कांवर में गंगाजल ले प्रशासन द्वारा की गई अधूरी तैयारी के बीच अजगैवीनाथधाम से बाबाधाम के लिए प्रस्थान किए। गोरखपुर के कांवरिया दीनदयाल घाट की व्यवस्था पर कहते हैं कि अन्य दिनों जैसी व्यवस्था देखने को मिल रही है। बैरिकेडिंग के नाम पर बल्ले गाड़े गए हैं। जगह-जगह जहां होर्डिंग लगानी चाहिए वह नहीं लगाया गया है। गंगा घाट पर वाच टावर भी अधूरा है। जिस पर जवान नहीं दिख रहे हैं। इतना ही नहीं सर्वाधिक परेशानी गंगा घाट पर महिलाओं को हो रही है। यूरिनल का अभाव एवं पीने के लिए शुद्ध पेयजल, महिलाओं को वस्त्र बदलने का घर की कमी महसूस हो रही है। कांवरियों की भीड़ को देखते गंगा घाट पर चलंत शौचालय रखा गया। म्यूजिकल फव्वारा एवं वह कलांग एवं बृद्ध को गंगा जल से सीढ़ी पर स्नान की सुविधा बहाल कर दी गई है। आदर्श मध्य विद्यालय में जिला प्रशासन द्वारा लगाए जाने वाले शिविर अभी बनकर तैयार नहीं हो पाया है। मंगलवार को बांस-बल्ले गाड़े गए। जगह-जगह खुले कंट्रोल रूम को भी सुव्यवस्थित नहीं किया गया है। कांवरिया शंकर बम ने कच्चा कांवरिया पथ पर चलने में परेशानी होने और कांवरिया पथ पर सही मात्रा में बालू नहीं डाले जाने की बात कही।

अजगैवीनाथ मंदिर में लगी भीड़ 
 गुरु पूर्णिमा को लेकर मंगलवार को कांवरियों की भीड़ गंगा स्नान कर अजगैवीनाथ की पूजा करने के लिए लगी रही। अजगैवीनाथ मंदिर पर गुरु शिष्य की परंपरा के अनुसार स्थानापति महंथ प्रेमानंद गिरी ने ब्रह्मलीन गणेश भारती, शिव भारती, पुरुषोत्तम भारती की समाधि की पूजा नियम निष्ठा के साथ की तथा प्रसाद वितरण किया। अजगैवीनाथ मंदिर में शिष्य अपने गुरु से आशीष लिए। 

भगवान शिव को प्रिय है गंगाजल 
धार्मिक दृष्टिकोण से गंगा का महत्त्व सबसे उपर है। किंवदंती के मुताबिक भागीरथ की कठोर तपस्या से ब्रह्मा और विष्णु गंगा को प्रसन्न कर धरती पर अवतरित किया। भगीरथ राजा सगर के वंशज थे। अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए ही उन्होंने गंगा को धरती पर अवतरित किया। सुल्तानगंज में गंगा का उत्तर वाहिनी होने की धार्मिक मान्यता है। धार्मिक एवं ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी गंगा का महत्व सर्वोपरि है। कहते हैं सूर्य को नमस्कार प्रिय, संत को मिष्ठान प्रिय, भगवान विष्णु को अलंकार प्रिय एवं भगवान शिव को गंगाजल अत्यंत प्रिय है। तभी तो झारखंड स्थित बाबा वैद्यनाथ अपनी प्यास गंगाजल से बुझाते हैं। गंगा के प्रति श्रद्धालुओं की श्रद्धा एवं भक्ति है। यही कारण है कि दिनोंदिन श्रद्धालु कांवरियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। कांवरिया पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर अजगैवीनाथ की पूजा-अर्चना कर अपने कांवर में गंगाजल ले अजगैवीनाथ धाम से अनवरत बाबाधाम जा रहे हैं। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें