अलीगंज के एक गोदाम से 13 सौ बोरी से अधिक चावल जब्त
एसएफसी की बोरी से प्लास्टिक की बोरी बदला जा रहा था अनाज
शनिवार को प्रशासन ने बबरगंज थाना के अलीगंज स्थित एक गोदाम में छापेमारी कर 1300 बोरी से अधिक चावल जब्त किया है। जांच के बाद बोरी की संख्या और बढ़ सकती है। प्रथम दृष्टया सरकारी चावल की कालाबाजारी का मामला लग रहा है। पुलिस ने छापेमारी के बाद गोदाम को सील कर दिया है। पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गुप्त सूचना पर एसडीओ सुहर्ष भगत ने अलीगंज महेशपुर के एक चावल गोदाम में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान करीब 15 मजदूर गोदाम में एसएफसी की बोरी से चावल कालाबाजारी करने के लिए प्लास्टिक की बोरी में पैकिंग कर रहे थे। छापेमारी के दौरान गोदाम में अफरातफरी मच गयी। वहां काम कर रहे मजदूर इधर-उधर भागने लगे। एसडीओ ने बताया कि गोदाम के अलावा चावल मिल में भी छापेमारी की गयी। छापेमारी के दौरान जब्त कागजात से पता चल रहा है कि अनाज की कालाबाजारी में बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। कई चावल मिल और ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत से सरकारी अनाज की कालाबाजारी का गोरखधंधा चल रहा है। मजदूरों ने अनाज की कालाबाजारी करने की बात स्वीकार किया है। 15 दिनों से मजदूर इस काम में लगे हुए थे। सभी मजदूरों का बयान कोर्ट में दर्ज कराया जाएगा। गोदाम और मिल से एसएफसी की भरी और खाली बोरी जब्त किया गया है। करीब एक सौ बोरी का अनाज जमीन पर पड़ा हुआ है। बोरी की गिनती की जा रही है। कालाबाजारी करने के लिए गोदाम में अच्छे चावल के साथ खराब चावल को मिलाया जा रहा था। जांच के बाद और लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। जबत चावल की मापी कराई जा रही है।असम, पंजाब और हरियाणा भेजा जाता था अनाजएसडीओ ने बताया कि गोदाम से जो कागजात मिले हैं, उससे पता चलता है कि भागलपुर से सरकारी चावल असम के तिनसुकिया, पंजाब और हरियाणा भेजा जाता था। स्थानीय कई मिलों से लिंक के सबूत मिले हैं। जहां गोदाम से चावल भेजा जाता था। उन मिलों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ ने बताया कि बड़े पैमाने पर कालाबाजारी का धंधा चल रहा था। कर्मिशयल विभाग को सूचना दी गयी है। रविवार को कमर्शियल विभाग भी अपने स्तर से मामले की जांच करेगा। एसडीओ ने बताया कि गोदाम मालिक, उसके पुत्र सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था। अनाज की जांच पूरी होने पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी। गोदाम से कई कागजात के किए गए जब्तबबरगंज पुलिस ने बताया कि लखन साह के गोदाम को सरयुग साह भाड़ा पर लिये हैं। सरयुग साह का राइस मिल भी है। गोदाम में सरयुग साह का बेटा अमित कुमार आलोक कुमार के साथ मिलकर कारोबार करता है। पुलिस ने बताया कि सरयुग साह, अमित कुमार और आलोक कुमार के अलावा दो मजदूर को थाना लाकर पूछताछ की जा रही है। गोदाम से कई कागजात जब्त किये गये हैं। काजगात की जांच से पता चलता है कि एक दिन में लाखों रुपए का कारोबार होता है। प्रशासन द्वारा आयकर विभाग को भी सूचना दी जा रही है। जगदीशपुर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि मिल से 19 बोरी और गोदाम से 1300 से अधिक बोरी चावल जब्त किया गया है। चावल देखने से ही एसएफसी का लग रहा है। इस तरह का चावल स्थानीय मिलों में तैयार नहीं होता है। मिड-डे मील, आंगनबाड़ी और पीडीएस की दुकानों में इस तरह का चावल भेजा जाता है। कागजात देखने से लगता है कि दूसरे प्रखंडों से सरकारी चावल यहां आता था। यहां और चावल मिलाकर दूसरे शहरों में बेचने के लिए भेजा जाता था। एमओ ने बताया कि चावल को एसएफसी गोदाम ले जाकर गिनती की जाएगी। चावल को एसएफसी के जिम्मेनामा पर दिया जाएगा। गिनती होने के बाद ही जब्त चावल का सही पता लग पाएगा। अनाज एसएफसी का नहीं : जिला प्रबंधकएसएफसी के जिला प्रबंधक गुलाब हुसैन ने कहा कि वह अवकाश में शहर से बाहर हैं। गोदाम में अनाज जब्त करने की जानकारी मिली है। इस संबंध में एसएफसी गोदाम के कर्मियों से उन्होंने पूछताछ की है। कर्मियों ने एसएफसी गोदाम का अनाज नहीं होने की बात कही है। आपूर्ति विभाग के अधिकारी अनाज की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद पता चलेगा कि अनाज कहां से आया था। अगर एसएफसी का अनाज मिला तो संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।