विक्रमशिला परिभ्रमण से लौट रहे स्कूली बच्चे जाम में फंसे
विक्रमशिला महाविहार से लौट रहे भागलपुर और बांका जिला के विभिन्न स्कूलों के करीब 100 बच्चे रविवार देर रात जाम के कारण तक त्रिमुहान और घोघा के बीच फंसे रहे। करीब डेढ़ दर्जन बसों पर सवार बच्चे शैक्षणिक...
विक्रमशिला महाविहार से लौट रहे भागलपुर और बांका जिला के विभिन्न स्कूलों के करीब 100 बच्चे रविवार देर रात जाम के कारण तक त्रिमुहान और घोघा के बीच फंसे रहे। करीब डेढ़ दर्जन बसों पर सवार बच्चे शैक्षणिक भ्रमण पर विक्रमशिला खंडहर देखने गये। भूख प्यास और गर्मी से बच्चों के बेहाल होने की खबर है।
घोघा एनएच अस्सी मुख्य मार्ग सुबह पांच बजे से ही जाम लगा था। रविवार की सुबह गोलसड़क के पास एक ट्रक खराब होने के कारण बीच सड़क पर अटक गया। जिसके कारण छोटी-बड़ी वाहनों की लंबी कतार लग गई। दो घंटे तक भैना डायवर्सन से लहोरी पुल के बीच महाजाम की स्थिति बनी रही। लगभग 11 बजे खराब ट्रक को ठीक किया गया। इसके बाद धीरे-धीरे परिचालन बहाल हुई परन्तु जाम की स्थिति यथावत बनी रही है। इस बीच विक्रमशिला महाविहार से भागलपुर और बांका जिले के बच्चों को लेकर बसें दोपहर 2:30 बजे लौटी। त्रिमुहान के पास आते-आते बसें जाम में फंसने लगीं। देर रात तक बच्चे जाम में फंसे थे। भूख-प्यास से उनकी हालत खराब हो रही थी।
रोड खराब होने के कारण लग रहा जाम
एनएच 80 पर जाम लगने का मुख्य कारण रोड का खराब होना बताया जा रहा है। सड़क के बीचोबीच बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं। इन गड्ढों में उतरने से गाड़ियां फंस जा रही हैं। बारिश के कारण इन गड्ढों में पानी जमा हो जाता है जिससे ड्राइवर को गड्ढे की गहरायी का अंदाजा नहीं हो पाता है। जिस वजह से कभी-कभी गाड़ियां पलट जाती हैं। शनिवार को सबौर के पास डंपर पलट गया था। इसके अलावा ओवरटेक के कारण भी जाम लग रहा है। भैना डायवर्सन व घोघा पुल के बीच सड़क पर गाड़ियों के बेतरतीब तरीके से लगना के कारण जाम के वास्तविक कारणों का पता नही चलता। ट्रैक्टर चालक भी जाम के लिए जिम्मेदार बताये जाते हैं। लोगों ने बताया कि ट्रैक्टर ड्राइवर ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते। ट्रक ड्राइवर भी एनएच पर जाम में फंसने पर अपने-अपने केबीन में ही सो जाते हैं।