बोले मुंगेर: नल-जल व सीवरेज योजनाएं अधूरी, सड़क भी नहीं
मुंगेर नगर निगम के हसनगंज वार्ड 43 की लगभग 13 हजार जनसंख्या पानी, सीवरेज, सड़क, रोशनी, स्वास्थ्य केंद्र और योजनाओं के लाभ से वंचित है। नल-जल और सीवरेज योजनाएं अधूरी हैं, जबकि सड़कें और नालियों की...
हसनगंज वार्ड 43 के लोगों की परेशानी
प्रस्तुति: रणजीत कुमार ठाकुर/गौरव कुमार मिश्रा
मुंगेर नगर निगम अंतर्गत हसनगंज मोहल्ले के वार्ड संख्या- 43 की लगभग 13 हजार की आबादी आज भी पानी, सीवरेज, सड़क, नाला, रोशनी, स्वास्थ्य केंद्र और योजनाओं के लाभ से वंचित है। अधूरी नल-जल एवं सीवरेज योजना, गलियों में सड़क एवं नाले का अभाव, खराब एलईडी लाइटें, खेल मैदान एवं स्वास्थ्य सुविधा अभाव आदि समस्याएं यहां के लोगों को प्रभावित कर रही हैं। इसके साथ ही, पीएम आवास और राशन कार्ड वितरण में अनियमितता से लोग परेशान हैं। ऐसे में, यहां के लोगों के साथ यहां की समस्याओं को लेकर हिन्दुस्तान संवाददाता द्वारा संवाद कार्यक्रम किया गया जिसमें लोगों ने खुलकर समस्याओं को रखा।
मुंगेर नगर निगम अंतर्गत हसनगंज मोहल्ले के वार्ड संख्या- 43 की आबादी लगभग 13 हजार और मतदाताओं की संख्या लगभग 5500 हैं। लेकिन, इतनी बड़ी जनसंख्या वाला यह वार्ड आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। नल-जल योजना यहां तक नहीं पहुंची है, जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। सीवरेज का कार्य अधूरा पड़ा है और कई घरों का कनेक्शन नहीं हुआ है। मुख्य सड़क का निर्माण तो किया गया है, लेकिन गली-मोहल्लों की स्थिति बेहद खराब है। कई गलियां कीचड़ और जलभराव के कारण आवागमन में बाधा बनती हैं। नाले की कोई व्यवस्था नहीं होने से बरसात में जल निकासी पूरी तरह बाधित हो जाती है और सड़कों का क्षरण तेजी से हो रहा है। इन सब समस्याओं की चर्चा करते हुए संवाद के दौरान लोगों ने बताया कि, वार्ड की रोशनी व्यवस्था भी चरमराई हुई है। लगभग 20 एलईडी लाइट खराब पड़ी हैं, जिसके कारण क्षेत्र में अंधेरा रहता है और लोगों की सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है। बच्चों और युवाओं के लिए यहां खेल मैदान या पार्क का कोई इंतजाम नहीं है। वहीं, स्वास्थ्य केंद्र के अभाव के कारण बीमार होने पर लोगों को निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ता है। उनका कहना था कि, इस वार्ड में पीएम आवास योजना का लाभ भी सभी को नहीं मिल पाया है। लगभग 30 घर आज भी इस योजना से वंचित हैं, जबकि कई परिवारों ने आवेदन भी कर रखा है। यही नहीं, राशन वितरण प्रणाली में भी यहां धांधली चरम पर है। कार्डधारियों को निर्धारित अनाज से एक किलो कम दिया जा रहा है। वहीं, मजदूरी करने वाले कई गरीब परिवार सालों से राशन कार्ड से वंचित हैं। यह स्थिति स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही को उजागर करती है।
नल-जल और सीवरेज की अधूरी योजनाएं:
लोगों ने कहा कि, वार्ड संख्या- 43 के लिए पानी सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। नल-जल योजना का कनेक्शन अब तक यहां नहीं पहुंचा है। लोग निजी स्रोतों से पानी की व्यवस्था करते हैं, लेकिन वह शुद्ध पेयजल नहीं होता। वहीं, सीवरेज का काम भी अधूरा है। कई घरों को अब तक कनेक्शन नहीं दिया गया है, जिसके कारण गंदगी और जलभराव बढ़ जाता है। इस स्थिति में बरसात के दिनों में बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
सड़क, नाले और रोशनी की समस्या:
लोगों ने बताया कि वार्ड की मुख्य सड़क का निर्माण तो किया गया है, लेकिन गलियों की स्थिति बेहद खराब है। कई जगह सड़क नहीं बनी है और बरसात में कीचड़ से होकर लोगों को गुजरना पड़ता है। नाले की कोई व्यवस्था नहीं होने से जल निकासी नहीं हो पाती है, और घरों का गंदा पानी गलियों में ही बहता है। इससे जिन गलियों में सड़कें बनी हुई है, पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। वहीं, लगभग 20 एलईडी लाइट खराब हैं, जिससे मोहल्ले का कई भाग अंधेरे में डूबा रहता है। इससे लोगों की सुरक्षा और आवाजाही दोनों प्रभावित होती हैं।
आवास, राशन और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
लोगों ने बताया कि, वार्ड में लगभग 30 घर आज भी ऐसे हैं जिन्हें पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, जबकि कई ने आवेदन भी किया था। वहीं, राशन कार्ड वितरण में तो गड़बड़ी का होना आम है। कार्डधारियों को एक किलो कम अनाज दिया जा रहा है और कई मजदूर परिवारों को अब तक कार्ड नहीं मिला है। स्वास्थ्य केंद्र की अनुपस्थिति से स्थिति और बिगड़ गई है। छोटी बीमारी हो या गंभीर, लोगों को निजी नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ता है, जिससे गरीब परिवारों पर आर्थिक बोझ और बढ़ जाता है।
समस्याएं:
1. नल-जल एवं सीवरेज योजना अधूरी है। लोगों के समक्ष शुद्ध पेयजल की उपलब्धता की समस्या है और घरों का गंदा पानी सड़कों एवं गलियों में बहता है।
2. यहां की गलियों में सड़कें नहीं बनी हैं और नाले की भी व्यवस्था नहीं है। इससे बरसात में गलियों में जल जमाव की स्थिति हो जाती है।
3. इस वार्ड में लगभग 20 एलईडी लाइटें खराब हैं। इससे यहां के कई क्षेत्र अंधेरे में डूबे रहते हैं।
4. यहां स्वास्थ्य सुविधा का भी अभाव है।वार्ड में स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से लोगों को निजी नर्सिंग होम पर निर्भर रहना पड़ता है।
5. यहां के लगभग 30 परिवार पीएम आवास से वंचित हैं, राशन कार्डधारियों को कम अनाज दिया जाता है और कई गरीब परिवार कार्ड से वंचित हैं।
सुझाव:
1. नल-जल योजना का त्वरित क्रियान्वयन हो और अधूरे सीवरेज कनेक्शन पूरे किए जाएं।
2. सभी गलियों में पक्की सड़क और नाले का निर्माण कर जलनिकासी की व्यवस्था हो और आवागमन को सुविधाजनक बनाया जाए।
3. खराब पड़ी सभी एलईडी लाइटों को बदला जाए और नई लाइटें लगाई जाएं।
4. मोहल्ले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या हेल्थ सब-सेंटर खोला जाए।
5. पीएम आवास एवं राशन वितरण की जांच हो, वंचितों को जोड़ा जाए और डीलरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
इंफोग्राफिक:
1. 13 हजार लोग रहते हैं हसनगंज के वार्ड 43 में
2. 05 हजार पांच के करीब है यहां मतदाताओं की संख्या
3. 30 परिवार आवास योजना से वंचित हैं, तो वार्ड में 20 एलईडी लाइटें खराब
हमारी भी सुनें:
हमारे वार्ड-43 की एक गली में आज तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। इस गली में लगभग 15 घर होने के बावजूद लोग कीचड़ से होकर आने-जाने को मजबूर हैं।
-पंकज कुमार
मोहल्ले की कई सड़कों का अब तक निर्माण नहीं हुआ है। बरसात के दिनों में गंदा पानी गलियों में भर जाता है और लोगों को परेशानी होती है।
-संजय यादव
सीवरेज कार्य के दौरान खोदे गए गड्ढों की मिट्टी दोनों किनारों पर डाल दी गई है। इसी कारण नाले का पानी सही तरीके से निकल नहीं पाता है।
-अनिकेत कुमार
मोहल्ले की कई लाइटें महीनों से खराब पड़ी हैं। शाम होते ही पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूब जाता है और शिकायत के बावजूद मरम्मत नहीं हुई है।
-नीतीश कुमार
मैंने पीएम आवास योजना के लिए आवेदन किया था लेकिन लाभ नहीं मिला। आज भी चदरे से बने मकान में रहने को मजबूर हूं।
-अश्वनी पटेल
मोहल्ले की कई गलियों की सड़क वर्षों से जर्जर पड़ी है। बरसात में इनमें पानी भर जाता है और जलजमाव की समस्या हो जाती है।
-विजय यादव
आज भी मोहल्ले की कई गलियों में नाले का निर्माण नहीं हुआ है। नाले नहीं होने से पानी का निकास बाधित होता है और लोगों को दिक्कत होती है।
-महेंद्र यादव
मोहल्ले में नल-जल योजना का लाभ अब तक नहीं मिला है। न तो कनेक्शन दिए गए हैं और न ही सीवरेज का कार्य पूरा हुआ है।
-प्रभात कुमार
मोहल्ले में आज तक कोई पार्क नहीं बना है। लोग मनोरंजन के लिए मजबूरी में मुंगेर बागवान जाने को विवश हैं।
-बब्बी कुमार
गली में मुख्य सड़क से अंदर जाने वाली सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। बच्चों को कीचड़ से होकर स्कूल आना-जाना पड़ता है।
-मुकेश कुमार
मोहल्ले में स्वास्थ्य केंद्र की कोई व्यवस्था नहीं है। दुर्घटना या बीमारी की स्थिति में मरीजों को मुंगेर या प्राइवेट अस्पताल भेजना पड़ता है।
-वकील यादव
कई गलियों में सोलर लाइट की व्यवस्था नहीं की गई है। लोग मजबूरी में अपने घरों के आगे बल्ब जलाकर रोशनी करते हैं।
-राकेश कुमार
आज भी कुछ परिवारों को पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। ये लोग खपड़े के मकानों में रहने को मजबूर हैं।
-गोविन्द कुमार
मोहल्ले में स्वास्थ्य केंद्र का अभाव है। बीमार पड़ने पर लोगों को केवल मुंगेर सदर अस्पताल का सहारा लेना पड़ता है।
-राहुल
मोहल्ले में पार्क नहीं होने के कारण बच्चे खेलकूद से वंचित हैं। वे दिनभर मोबाइल में समय बिताकर समय पास करते हैं।
-मीणा देवी
एनएच-80 किनारे बने नाले से हल्की बारिश में भी गंदा पानी गलियों में घुस जाता है। इस कारण कचरा घरों तक पहुंच जाता है और परेशानी बढ़ती है।
-अभिनंदन यादव
बोले जनप्रतिनिधि:
विद्यालय के बगल में ईंट भट्ठा द्वारा लगातार मिट्टी काटी जा रही है। मिट्टी कटने से तीन मोहल्लों के लोगों को आने वाले समय में अधिक परेशानी होगी और बाढ़ का पानी भी घरों में प्रवेश कर जाता है। इस मामले को लेकर कई जगह शिकायत की गई, लेकिन मिलीभगत के कारण मिट्टी काटने का काम जारी है। सड़क के मामले में संवेदक द्वारा एक सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन गुणवत्ता का ध्यान न रखने के कारण वह एक साल में ही टूट गई। जहां अब तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ है, उसको लेकर नगर निगम से कई बार शिकायत की गई, बावजूद इसके कोई पहल नहीं हुई है। अन्य समस्याओं का समाधान किया जा रहा है, लेकिन ये मुख्य समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
-किरण देवी, वार्ड पार्षद, वार्ड नंबर- 43,
मुंगेर नगर निगम, मुंगेर
बोले जिम्मेदार:
इस वर्ष अधिक वर्षा होने से जलजमाव की समस्या उत्पन्न हुई थी। निगम द्वारा पंप लगाकर पानी की निकासी कराई गई है। जहां तक नल-जल योजना की बात है, बुडको को जितना लक्ष्य दिया गया था, उतना कार्य पूरा कर लिया गया है। यदि किसी क्षेत्र में पानी नहीं मिल रहा है तो उसे दिखवाकर समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा।
-शिवांशी दीक्षित, नगर आयुक्त, मुंगेर नगर
निगम, मुंगेर

लेखक के बारे में
Hindustanलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




