Ramadan Begins A Month of Blessings and Prayer in Araria अररिया: अकीदत के साथ माह-ए-रमजान के पहली जुमा की नमाज अदा, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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अररिया: अकीदत के साथ माह-ए-रमजान के पहली जुमा की नमाज अदा

अररिया में रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। पहले रोजे के अवसर पर हजारों लोगों ने मस्जिदों में नमाज अदा की और रमजान की अहमियत पर तकरीरें सुनीं। इमामों ने समाज की खुशहाली की दुआ की और रोजेदारों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSun, 2 March 2025 05:16 PM
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अररिया: अकीदत के साथ  माह-ए-रमजान के पहली जुमा की नमाज अदा

अररिया। निज संवाददाता रहमत और बरकतों का मुकद्दस महीना रमजान शुरू हो गया है। रमजान का पहला रोजा रविवार को रखा गया। चांद देखने की घोषणा के बाद शनिवार की रात रोजेदारों ने पहली तरावीह की नमाज पढ़ी। इसके बाद रविवार को पहला रोजा रखा। रमजान के पहले जुमे की नमाज हजारों लोगों ने जिले के विभिन्न मस्जिदों में अदा कर अपने गुनाहों से तौबा की। जुमे की तकरीरों में रमजान की अहमियत बताई गई। इस मौके पर इमामों ने देश-दुनियां और समाज की खुशहाली की परवर दिगार से दुआ की, जिस पर सैकड़ों रोजेदारों ने एक आवाज में ‘आमीन कहा। रविवार को माह-ए-रमजान के पहले जुमे की तैयारियां सुबह से ही शुरू हो गई थी। इस दौरान नमाजियों में खासा उत्साह देखने को मिला। अकीदतमंद बच्चों को साथ लेकर मस्जिदों में पहुंचे। अररिया शहर के जामा मस्जिद में ईमाम साहब ने तकरीर में कहा कि रमजान रहमत और बरकत का महीना हैं। इस महीने में रोजा रखने से खुदा खुश होता है। इसी पाक महीने में कुरान पाक नाजिल हुआ है।इसके अलावा शहर के इस्लाम नगर मस्जिद, आजाद एकेडमी मस्जिद, वी मार्केट मस्जिद, कुबा मस्जिद सहित तमाम मस्जिदों में बड़े ही अकीदत के साथ माहे रमजान के पहले जुमे की नवाज अदा की गई। शिक्षाविद मो मोहसिन के मुताबिक रमजान हिजरी कैलेंडर और कमरी साल का नौंवा महीना है। बताया गया कि इस्लाम धर्म मे रमजान के महीने की बड़ी फजीलत बयान की गई है। इसी पर प्रकाश डालते हुए मो मोहसिन ने कहा कि माहे रमजान में ही पवित्र कुरआन नाजिल हुआ था। रमजान बहुत ही मुबारक महीना है। माहे रमजान की अहमियत की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस माह जमात के साथ पांचों वक्त की नमाज अदा करनी चाहए। रोजा की पाबंदी के साथ-साथ कुरआन की तिलावत भी करें। कोशिश ये होनी चाहिए कि किसी से भी चीख चिल्ला कर बात न करें, न ही किसी से लड़ाई झगड़ा करें। पीठ पीछे दूसरे की बुराई न करें। रमजान के महीने में लोग अपनी मुट्ठी खोल दें। गरीबों और यतीमों की भरपूर मदद करें। इसी माह जकात की राशि भी निकाल देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रमजान का मुबारक महीना दुखों में शिरकत और मदद का महीना है। मानवता की सेवा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की कोशिश करनी चाहिए।

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