साइबर क्राइम के साथ सोशल मीडिया पर भी रहेगी कड़ी नजर, यूनिट के लिए हुआ इंटरव्यू
साइबर क्राइम करने वाले और सोशल मीडिया पर अफवाह फैला कर माहौल बिगाड़ने वालों की अब खैर नहीं होगी। उनपर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले में साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया यूनिट (सीसीएसएमयू) का गठन किया जा...
साइबर क्राइम करने वाले और सोशल मीडिया पर अफवाह फैला कर माहौल बिगाड़ने वालों की अब खैर नहीं होगी। उनपर नजर रखने के लिए प्रत्येक जिले में साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया यूनिट (सीसीएसएमयू) का गठन किया जा रहा है। जिले में सीसीएसएमयू के गठन को लेकर बुधवार को जोनल आईजी कार्यालय में भागलपुर के अलावा जोन के अन्य जिलों से आये इंस्पेक्टर और एसआई का इंटरव्यू हुआ। जोनल आईजी सुशील मानसिंह खोपड़े और एसएसपी आशीष भारती के अलावा आईजी कार्यालय के डीएसपी ने इच्छुक अधिकारियों का इंटरव्यू लिया। सिपाहियों के लिए आठ अगस्त को होगा कंप्यूटर टेस्टसीसीएसएमयू में जाने के इच्छुक भागलपुर सहित जोन के अन्य जिलों के महिला और पुरुष सिपाही भी बुधवार को आईजी कार्यालय पहुंचे। उनसे फॉर्म भरवा लिया गया है। आईजी ने बताया कि सिपाहियों के लिए आठ अगस्त को कंप्यूटर टेस्ट होगा। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों या सिपाहियों ने कंप्यूटर कोर्स किया हो या जिन्हें पहले कंप्यूटर पर काम करने का अनुभव हो, उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी।भागलपुर में दो यूनिट का गठन होगाभागलपुर में सीसीएसएमयू की दो यूनिट का गठन होगा। प्रत्येक यूनिट में एक इंस्पेक्टर, तीन एसआई, दो सिपाही और चार कंप्यूटर विशेषज्ञ होंगे। पुलिस निरीक्षक इस यूनिट के प्रभारी होंगे। 20 से कम थाने वाले जिलों में सीसीएसएमयू की एक यूनिट, 21 से 40 थाने वाले जिलों में दो यूनिट और 41 से अधिक थाने वाले जिलों में सीसीएसएमयू की तीन यूनिटों का गठन होगा। भागलपुर जोन की बात करें तो भागलपुर के अलावा बेगूसराय में सीसीएसएमयू की दो-दो यूनिट का गठन होगा जबकि बाकी सात जिलों में एक-एक यूनिट का गठन होगा। राज्य में कुल 74 सीसीएसएमयू यूनिट का गठन किया जा रहा है, जिसके लिए अधिकारी और सिपाही के 740 पद सृजित किए जा चुके हैं।दो साल का होगा कार्यकाल सीसीएसएमयू यूनिट में पदस्थापित अधिकारियों का कार्यकाल दो साल का होगा। अधिकारी अनुसंधान का कार्य करेंगे जबकि सिपाही तकनीकी कार्य देखेंगे। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जोनल आईजी ने 16 जुलाई को चयन समिति का गठन किया था, जिसमें आईजी के अलावा भागलपुर एसएसपी, मुख्यालय डीएसपी और आईजी कार्यालय में पदस्थापित डीएसपी थे। सभी जिलों से इच्छुक इंस्पेक्टर, एसआई और सिपाहियों के नाम मांगे गये थे।