ऑनलाइन पढ़ाई से 10 प्रतिशत छात्र ही लाभान्वित हो रहे
जेईई और नीट की तैयारी ऑनलाइन संभव नहीं है। पिछले तीन माह से छात्रों को पढ़ा रहे शिक्षकों ने कहा कि ऑनलाइन 10 प्रतिशत छात्र ही लाभान्वित हो पाते...
जेईई और नीट की तैयारी ऑनलाइन संभव नहीं है। पिछले तीन माह से छात्रों को पढ़ा रहे शिक्षकों ने कहा कि ऑनलाइन 10 प्रतिशत छात्र ही लाभान्वित हो पाते हैं। बाकी इसका लाभ नहीं ले पाते है। कुछ का नेटवर्क तो कुछ में मोबाइल की परेशानी रहती है। किसी को आंख में शिकायत तो कोई अधिक समय तक बैठ नहीं पा रहा है। जेईई और नीट की तैयारी कराने वाले शिक्षकों ने कहा कि ऐसे में बेतहर रिजल्ट देना मुश्किल लग रहा है।
इस बीच शुक्रवार की देर शाम जेईई और नीट के परीक्षा की तिथि जुलाई से बढ़कर सितंबर हो गयी है। इससे शिक्षक और छात्र दोनों ने राहत की सांस ली है। जेईई की तैयारी करा रहे शिक्षक राकेश कुमार ने कहा कि जेईई मेंस एक सितंबर से छह सितंबर, एडवांस 27 सितंबर और नीट की तिथि 13 सितंबर कर दी गयी है। छात्रों को पढ़ने का समय तो मिला है मगर यह ऑनलाइन संभव नहीं है।
छात्रों को डेढ़ से दो माह क्लासरूम पढ़ाई होने के बाद ही बेहतर रिजल्ट की बात की जा सकती है। रसायनशास्त्र के शिक्षक सुधाकर मिश्रा ने कहा कि ऑनलाइन जितना आप समझा पाते हैं छात्र उतना ले पा रहा है या नहीं यह महत्वपूर्ण है। ऑनलाइन में प्रश्नोत्तर कम होता है जिसके कारण छात्रों का कांसेप्ट क्लियर नहीं हो पाता है। फिजिक्स के शिक्षक आरके झा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है। मगर ऑनलाइन पढ़कर जेईई और नीट की तैयारी करना आसान नहीं है। इसमें शिक्षक और छात्र दोनों को काफी मेहनत करना पड़ रहा है। मगर रिजल्ट कुछ नहीं दिख रहा है।