बरहट।निज संवाददाता
कहते हैं प्रतिभा किसी की मुंहताज नहीं होती है।इसे साबित कर दिखाया है प्रखंड के मलयपुर गांव की बेटी खुशी वर्णवाल ने। अपने पहले ही प्रयास में इन्होंने नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रास टेस्ट ) पास कर अपने विद्यालय व गांव का मान बढ़ाया है।एक तरफ आज के समय में जहां नीट और जेईई की की तैयारी करने लोग जहां कोटा व दिल्ली जैसे बड़े शहरों की ओर रुख कर रहे हैं वहीं इस छात्रा ने इस विचार को त्याग कर घर में रहकर आन लाईन तैयारी कर अपने पहले प्रयास में ही सफलता पा परिजनों के चेहरे पर मुस्कान ला दिया है। पिता रमेश वर्णवाल गांव में ही रहकर छोटा सा व्यवसाय करते हैं तो माता राखी देवी गृहिणी हैं। इन्होंने बताया कि अपने सभी बच्चों को उन्होंने गांव के सरकारी स्कूल से ही पढाया है ।खुशी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही कन्या मध्य विद्यालय से हुई थी। जबकि मैट्रिक की परीक्षा वर्ष 2020 में शहर के माउंट हेंब्रम से प्रथम श्रेणी 96% अंकों के साथ उ्तीर्ण की। पश्चात वर्ष 2022 में इन्होंने गांव के परियोजना कामिनी विद्यालय मलयपुर से इंटर की परीक्षा 82% अंकों के साथ उ्तीर्ण कर घर से ही नीट की तैयारी शुरू कर दी। अपने पहले प्रयास में इन्होंने 720 में 610 का स्कोर कर यह सफलता पाई। परिजनों ने बताया कि इनका जीएमसीएच बेतिया बिहार में चयन हो गया जहां से यह एमबीबीएस की डिग्री हासिल करेगी। अपनी सफलता का श्रेय इन्होंने अपने माता-पिता पिता व गुरुजनों को देते हुए कहा कि ये एमबीबीएस करने के पश्चात गायनोलाजिस्ट कर अपने गांव व शहर में रहकर गरीबों की सेवा करना चाहती है। इन्होंने सभी विद्यार्थियों से कहा कि यदि लक्ष्य निर्धारित कर ईमानदारी पूर्वक परिश्रम करें तो छोटे शहरों में भी रहकर सफलता पाई जा सकती है।