ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार भागलपुरमहानंदा के तटबंध की होगी मरम्मत

महानंदा के तटबंध की होगी मरम्मत

कटिहार | एक संवाददाता पिछले वर्ष 2020 में महानंदा के उफानाने से महानंदा नदी के

महानंदा के तटबंध की होगी मरम्मत
हिन्दुस्तान टीम,भागलपुरSat, 23 Jan 2021 03:34 AM
ऐप पर पढ़ें

कटिहार | एक संवाददाता

पिछले वर्ष 2020 में महानंदा के उफानाने से महानंदा नदी के दायां तटबंध के स्लोप व अन्य हिस्सों में तीन अलग-अलग जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। क्षतिग्रस्त हिस्से को न केवल मरम्मत किया जाएगा साथ ही कटाव निरोधक कार्य कराकर महानंदा नदी के उफनाने से उत्पन्न दबाब से कटिहार-मालदा रेलखंड और दायां तटबंध बचाने का काम किया जाएगा।

इसके लिए जल संसाधन विभाग की ओर से लगभग 11करोड़ रुपये खर्च करने की हरी झंडी दे दी गई है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता के अनुसार लाभा रेलवे स्टेशन के सामने एक किमी दूर स्थित बंगरूआ के पास चार सौ मीटर की लंबाई में तटबंध के स्लोप में कटाव निरोधक कार्य 87 लाख की लागत से कराया जाएगा। बंगरूआ के पास महानंदा नदी की दूरी काफी कम है। इससे बाढ़ के समय कटाव तेज होने से न केवल अभियंता परेशान होते हैं बल्कि आसपास के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो जाता है। प्राणपुर प्रखंड के जल्ला हरेरामपुर के पास महानंदा के दायां तटबंध के 19.30वें किमी से 21.60 किमी के बीच तटबंध के 2.30 किमी की लंबाई में 7 करोड़ 87 लाख 12 हजार रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य कराया जाएगा। इस स्थल पर हर वर्ष बाढ़ के समय कटाव का भयानक रूप देखने से आसपास के गांव के लोगों में दहशत व्याप्त रहता है। इस बार दो पंक्ति में परकोपाइन का एक सेट सहित तीन सेट में कटाव निरोधक कार्य किया जाएगा। साथ ही नदी के किनारे वाले हिस्से में जीओ बैग को प्लास्टिक के मोटा रस्सी से बांध कर डबल लेयर में बिछाया जाएगा।

नदी के न्यूनतम वाटर लेवल और नदी के नेचुरल सरफेस लेवल दोनो हिस्से में जीओ बैग बिछाया जाएगा साथ ही नदी के डाउन स्ट्रीम में कटाव रोकने के लिए एप्रोन बनाया जाएगा। कटाव निरोधक कार्य होने से बाढ़ के समय तटबंध को महानंदा नदी के बढ़ते जलस्तर का दबाब काफी कम हो जाएगा। इससे तटबंध के दूसरी ओर रहने वाले आम लोगों को बाढ़ की चिंता नहीं सताएगी। अभियंता ने बताया कि प्राणपुर प्रखंड के लालगंज भगत टोला के पास महानंदा नदी के दायां तटबंध के 26.80किमी से 27.77 किमी के बीच तटबंध के 907 मीटर की लंबाई में कटाव निरोधक कार्य किया जाएगा।

इस कार्य को पूरा करने में सरकार ने 2करोड़ 53 लाख 60 हजार रुपये खर्च करने की हरी झंडी दे दी है। लालगंज टोला के पास पूर्व में कटाव को रोकने के लिए कराए बिछाए गए बेडबार जो पिछले साल के बाढ़ में पानी में समा गया था। उसे पुनस्र्थापित किया जाएगा। डबल लेयर में जीओ बैग बिछाया जाएगा। साथ ही नदी के अप स्ट्रीम में बेड बार से जोड़कर कटाव को रोका जाएगा। अभियंता ने बताया कि लालगंज के पास कटिहार-मालदा रेलखंड कहीं पर 50 तो कहीं पर 30 मीटर की दूरी पर स्थित है। बाढ़ के समय रेलवे पटरी पर पानी का दबाब बढ़ने के साथ ट्रेनों की गति को धीमी कर दी जाती है। इस कटाव निरोधक कार्य पूर्ण होने के बाद रेलवे पटरी पर पड़ने वाला महानंदा नदी के पानी का दबाब को कम कर देगा।

झौआ-लाभा महानंदा दायां तटबंध पर तीन अलग-अलग बिंदुओं पर कटाव निरोधक कार्य की हरी झंडी विभाग ने दे दी है। टेंडर का कार्य पूरा हो चुका है। दस फरवरी के बाद कटाव निरोधक कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

-ई. राजेंद्र कुमार मेहता, एसई,

बाढ़ नियंत्रण अंचल, कटिहार

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें