गर्भ एवं प्रसव का ज्ञान हरेक मां के लिए जरूरी: पद्मश्री डॉ. शांति राय
आईएमए हाल में वैज्ञानिक संगोष्ठी का दौर दोपहर बाद से लेकर शाम तक चला ...
भागलपुर, कार्यालय संवाददाता
हरेक मां के लिए जरूरी है कि उसे गर्भ, गर्भधारण के दौरान होने वाले लक्षण व प्रसव का ज्ञान हो। और ये सब जानकारी उसे महिला चिकित्सक एवं नर्स के जरिये ही मिल सकती है। पद्मश्री डॉ. शांति राय ने यह बातें रविवार को आईएमए भागलपुर के वार्षिक सम्मेलन के मौके पर रिस्पेक्टफुल मैटरनल केयर विषयक वैज्ञानिक संगोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि प्रसव के लिए लायी गयी हरेक प्रसूता की चाहत होती है कि उसका प्रसव स्वस्थ एवं आशंकामुक्त माहौल में हो। प्रसव के लिए जब महिला को लाया जाता है तो उसके मन में प्रसव को लेकर होने वाली परेशानी, दर्द, चिकित्सकों व नर्सों का व्यवहार व्याप्त रहता है। ऐसे में वह अस्पताल में डर एवं आशंका के साये में रहती है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों एवं नर्सों को प्रसूता को न केवल हौसला देना चाहिए, बल्कि उनके साथ प्रेम एवं नम्रतापूर्ण बर्ताव करना चाहिए। इसके अलावा जब गर्भवती महिला नियमित जांच के लिए अस्पताल पहुंचे तो प्रसव के दौरान होने वाली परेशानी, लक्षण एवं सावधानी के बारे में चिकित्सक को विस्तार से बताना चाहिए, ताकि उसके मन से प्रसव का खौफ निकल सके।
कम उम्र की महिलाओं में हो रहा थायराइड कैंसर: डॉ. हर्षधर
“कंप्रहेंसिव हेड, नेक कैंसर मैनेजमेंट” विषय पर बोलते हुए डॉ. हर्षधर ने कहा कि कम उम्र की महिलाओं में थायराइड का कैंसर ज्यादा हो रहा है। कुल थायराइड कैंसर के मामले में से महिला एवं पुरुषों का अनुपात 80:20 प्रतिशत का है। इस कैंसर के 90 प्रतिशत मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि थायराइड के कैंसर के मरीजों में गले के बीच स्थित थायराइड ग्लैंड में सूजन, आवाज में बदलाव व कैंसर के तीसरे एवं चौथे चरण में मरीज को खाने-पीने में दिक्कत की समस्या पायी जाती है। उन्होंने बताया कि मुंह के कैंसर के वे मरीज जो कि कैंसर के पहले व दूसरे चरण में होते हैं, उनका कीमोथेरेपी के जरिये इलाज किया जाता है जबकि दूसरे व चौथे चरण के माउथ कैंसर के मरीज का इलाज के तहत ऑपरेशन किया जाता है।
इन-इन लोगों ने भी दिया प्रभावशाली व्याख्यान:
डॉ. अमरनाथ प्रसाद ने बॉयोलॉजिकल वैल्यू इन एवीआर एमांग यंग पेशेंट, इज इट ए राइट च्वाइस पर, डॉ. अनिता सिंह ने कंजर्वेटिज्म इन मॉडर्न ऑब्सटेट्रिक एंड गायनी प्रैक्टिस व डॉ. सुदीप दास ने न्यू होप इन लंग कैंसर ट्रीटमेंट विषय पर व्याख्यान दिया।
