सफेद बालू खनन के खेल में जमींदारी बांध को काटकर रास्ता बना दिया खनन माफिया व खनन विभाग के गठजोड़ से राजस्व
एसडीओ ने कहा अंचलाधिकारी से जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी बिहपुर, संवाद सूत्र। बिहपुर/झंडापुर थाना

बिहपुर, संवाद सूत्र। बिहपुर/झंडापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नरकटिया जमींदारी बांध को लतामबाड़ी के पास खनन कर रहे लोगों ने जमींदारी बांध को ही काट कर रास्ता बना दिया है। नवगछिया क्षेत्र में इसकी फोटो और वीडियो भी वायरल हो रही है। लेकिन प्रशासनिक महकमा चुप बैठा है। लोगों का कहना है कि जमींदारी बांध कटने से गंगा के पानी बढ़ने पर दबाव पड़ेगा। बांध कमजोर होने की वजह से कट सकता है और दर्जनों गांवों को गंगा अपने में समा लेगी। अवैध खनन के कारण सरकार को हर वर्ष राजस्व का घाटा तो हो ही रहा है। साथ ही बांध काटे जाने की वजह से बाढ़ का भी खतरा है।
लोगों का कहना है कि खनन करने वाले लोग दिनरात सैकड़ों टेलर मिट्टी का खनन जेसीबी और पोकलेन लगाकर निरंतर खनन कर रहे हैं। नवगछिया एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह ने बताया कि बिहपुर अंचलाधिकारी लवकुश कुमार से निरीक्षण करवाया जाएगा और खनन माफिया के खिलाफ जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी। ---------------------------------- मशीन की मदद से हो रहा अवैध खनन स्थानीय लोगों का कहना है कि खनन के लिए कई तरह के नियम बनाए गए हैं। कई बार शिकायत होने के बाद अंचलाधिकारी और खनन विभाग के अधिकारियों के द्वारा जांच की बात कही जाती है, लेकिन खनन रुक नहीं रहा है। लगातार मानदंडों के खिलाफ खनन हो रहा है। गंगा एवं कोसी जमींदारी तटबंध के समीप खनन माफियाओं के द्वारा कई बड़े गड्ढे के बजाय महाकुंड बना दिए गए हैं। जिनमें डूबने से अब तक कई लोग जान तक गंवा चुके हैं। खानापूर्ती के लिए खनन विभाग के द्वारा कभी कभार साल में एक-दो बार जेसीबी, डंपर या ट्रैक्टर पकड़ कर चलान काट दिया जाता है। लोग बताते हैं कि नए मकान या ईंट-भट्टे में मिट्टी की जरुरत होती है। गंगा कोसी के किसानों की जमीन के कम दामों में खरीद कर उसकी खुदाई बीस फीट तक कर लेते हैं। इस खनन के कारण आस-पास की उपजाऊ जमीन काफी प्रभावित होती है, क्योंकि बाढ़ के समय में तेज बहाव के कारण टॉप स्वायल बहकर गड्ढों को हर साल भर देती है।
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