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बाढ़ प्रभावितों की मदद को आगे आया हिन्दुस्तान, रोजगार खड़ा करने के लिए दी आर्थिक मदद

वर्ष 2019 में आई बाढ़ ने कई लोगों को बेघर कर दिया तो कइयों के रोजगार ही छीन लिए। लोगों को आजीविका चलाने पर संकट हो गया। परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गयी। कुछ लोग मजदूरी कर परिवार...

बाढ़ प्रभावितों की मदद को आगे आया हिन्दुस्तान, रोजगार खड़ा करने के लिए दी आर्थिक मदद
भागलपुर, वरीय संवाददाताThu, 21 Nov 2019 08:14 PM
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वर्ष 2019 में आई बाढ़ ने कई लोगों को बेघर कर दिया तो कइयों के रोजगार ही छीन लिए। लोगों को आजीविका चलाने पर संकट हो गया। परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गयी। कुछ लोग मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करने पर विवश हो गए।  

ऐसे में उनकी मदद को आए आए बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार की ओर से बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए दिए गए चेक ‘हिन्दुस्तान’ ने उनतक पहुंचाने का काम किया। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने ऐसे परिवारों को खोजकर उनकी आर्थिक मदद की। 

उद्देश्य सिर्फ इतना था कि वे लोग अपने व्यवसाय को दोबारा शुरू कर तरक्की कर सके। कुरसेला, पीरपैंती, चंपानगर, अकबरनगर व इस्माईलपुर के ऐसे पांच लोगों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद की। जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने ‘हिन्दुस्तान’ कार्यालय में सभी को चेक सौंपा। डीएम ने सभी पीड़ितों से अलग-अलग बात कर उनका हौसला बढ़ाया और नये व्यवसाय को आगे बढ़ाने की सलाह दी।

डीएम बोले, राशि का उपयोग व्यवसाय में करें 
डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों को ‘हिन्दुस्तान’ ने चार-चार लाख की मोटी रकम देकर बड़ा सराहनीय कार्य किया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को इतनी राशि मिली है कि वह व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ‘हिन्दुस्तान’ से जो राशि मिली है, उसका उपयोग बाढ़ प्रभावित व्यवसाय में करें। अन्य कामों में इस राशि को खर्च नहीं करें। व्यवसाय बढ़ने से ही परिवार की स्थिति बेहतर होगी। इस रुपये को काफी सोच-समझकर खर्च करें। 

‘हिन्दुस्तान’ ने मदद कर जीने का सहारा दिखाया 
कुरसेला के आनंद कुमार की किराना दुकान थी। इसी दुकान की कमाई पर परिवार के छह सदस्य निर्भर थे। बाढ़ के कारण किराना की दुकान को नुकसान पहुंचा। सारा सामान बर्बाद हो गया। किसी तरह मजदूरी कर वह परिवार के लिए खाने-पीने की व्यवस्था कर रहे थे। सरकार की तरफ से छह हजार का मुआवजा भी नहीं मिला। आनंद ने बताया कि परिवार की जिम्मेदारी निभाते-निभाते हिम्मत हार रहे थे। ऐसी स्थिति में ‘हिन्दुस्तान’ ने उनकी मदद कर जीने का सहारा दिखाया। धन्यवाद ‘हिन्दुस्तान’ परिवार का जो दुख की इस घड़ी में बखूबी साथ दिया।

सब्जी की खेती कर परिवार का करते थे भरण पोषण
पीरपैंती के मोहनपुर निवासी शिव परिहार सब्जी की खेती कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। बाढ़ के कारण खेत डूब गया। इस कारण सब्जी की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। छह बच्चे व माता-पिता की जरूरतों को पूरा करने के लिए वह मजदूरी करने लगे। कभी 200 से कभी 300 रुपये मेहनताना मिल रहा था। इससे परिवार चलाने में परेशानी आ रही थी। शिव परिहार ने बताया कि धन्य हो ‘हिन्दुस्तान’ का जिन्होंने आगे आकर मदद की और चार लाख रुपये दिया। वह अब फिर से व्यवसाय को शुरू करेंगे। 

पावरलूम खराब होने के बाद शाहिद करने लगे मजदूरी
चंपानगर के मदनीनगर के मो. शाहिद अंसारी की जीविका का सहारा पावरलूम था। लूम से ही पांच बच्चे और पत्नी की जीविका चल रही थी। बाढ़ में डूबकर पावरलूम मशीन खराब हो गई। घर की माली स्थिति उतनी ठीक नहीं थी कि वह फिर से पावरलूम खरीद सके। रोजी-रोटी के लिए वह मजदूरी करने लगे। शाहिद ने बताया कि ‘हिन्दुस्तान’ परिवार ने फिर से व्यवसाय शुरू करने के लिए मोटी रकम दी है। आज तक कोई भी उनका सहारा नहीं बना था। ‘हिन्दुस्तान’ परिवार का यह अहसान कभी नहीं चुका सकेंगे। 

राजगीर की जमापूंजी भी हो रही थी खत्म
अकबरनगर के राजगीर तांती किराना दुकान चलाकर परिवार के 10 लोगों को पालते थे। किसी तरह परिवार की जीविका चला रहे राजगीर के जीवन में बाढ़ कहर बनकर आई। इस कारण किरान दुकान पानी में डूब गयी। घर में खाने-पीने की संकट हो गयी। ऐसे स्थिति में जो जमापूंजी थी, उसी से परिवार के खाने-पीने की व्यवस्था हो रही थी। रुपये जब समाप्त होने पर था तो भगवान से मदद की गुहार लगाई। अचानक ‘हिन्दुस्तान’ परिवार ने उनकी स्थिति देखकर चार लाख रुपये की मदद की। इस रुपये से अब व्यवसाय को दोबारा खड़ा किया जाएगा, जिससे परिवार की परिवरिश अच्छी तरीके से हो सके।

पानी में डूबा सालों की चाय-नाश्ता की दुकान
बाढ़ ने इस्माईलपुर के सालो कुमार की चाय-नाश्ता की दुकान को बहा दी। इस कारण एकमात्र रोजी-रोटी का साधन छीन गया। परिवार के सात लोगों का भरण पोषण दुकान की कमाई से ही होती थी। किसी तरह मजदूरी की। कई दिन ऐसा भी रहा जब परिवार के सदस्यों ने भरपेट भोजन नहीं किया। परेशानी के कारण तबीयत भी बिगड़ रही थी। संकट के इस घड़ी में ‘हिन्दुस्तान’ परिवार ने चार लाख रुपये की मदद की। इस राशि से अब नया व्यवसाय शुरू करेंगे और परिवार को हरसंभव खुशी देने का प्रयास करेंगे। परिवार की हर खुशी का माहौल ‘हिन्दुस्तान’ परिवार के नाम पर ही होगा। 
 

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