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हिंदुस्तान एक्सक्लूसिव: भागलपुर के बहुचर्चित सृजन घोटाले की जांच में सामने आया एक नया घोटाला, जानें क्या?

सृजन महिला विकास सहयोग समिति लि.सबौर में दस्तावेज नहीं मिल रहा है। इसके चलते ऑडिट शुरू नहीं हो पाया है। 2003 से 2013 तक का ऑडिट करने के लिए सहकारिता विभाग के निर्देश पर टीम का गठन किया गया था।...

हिंदुस्तान एक्सक्लूसिव: भागलपुर के बहुचर्चित सृजन घोटाले की जांच में सामने आया एक नया घोटाला, जानें क्या?
भागलपुर, वरीय संवाददाताTue, 17 Dec 2019 03:37 PM
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सृजन महिला विकास सहयोग समिति लि.सबौर में दस्तावेज नहीं मिल रहा है। इसके चलते ऑडिट शुरू नहीं हो पाया है। 2003 से 2013 तक का ऑडिट करने के लिए सहकारिता विभाग के निर्देश पर टीम का गठन किया गया था। प्रशासक ने भी नियुक्ति पर सवाल उठाया है। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने विभाग से मागदर्शन मांगा है।
 
पूर्व में मेसर्स एके मिश्रा एंड एसोसिएट्स की ओर से सृजन महिला विकास सहयोग समिति लि. सबौर का 2003 से 2017 तक अंकेक्षण किया गया था। सृजन घोटाला उजागर होने के बाद विभाग ने ऑडिट रिपोर्ट को रद्द कर दिया था। पुन: ऑडिट कराने के लिए सहकारिता विभाग के निर्देश पर टीम का गठन किया था। टीम में अनुमंडल अंकेक्षण पदाधिकारी भागलपुर विशंभर प्रसाद सिंह, वरीय अंकेक्षक अखिलेश कुमार के अलावा अंकेक्षक मिथिलेश कुमार, मोहन कुमार वत्स, सोमेश कुमार झा और चन्द्र मनीष ठाकुर को शामिल किया गया है।

 बताया जा रहा है कि सृजन कार्यालय में ऑडिट टीम को अभिलेख नहीं मिल रहा है। टीम बैलेंस सीट, रजिस्टर और स्टेटमैंट आदि की मांग कर रही है। प्रशासक अभिलेख उपलब्ध कराने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। जिला अंकेक्षण पदाधिकारी ने बताया कि अभिलेख नहीं मिलने की जानकारी विभाग को भेज दी गई है। रिमाइंडर भी भेजा गया है।
 

विभाग के पदाधिकारी से मिलकर वस्तुस्थिति की जानकारी दी जाएगी। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं मिलने कारण छह महीने से ऑडिट का काम बंद है। जिला सहकारिता पदाधिकारी मो.जैनुलआबदीन अंसारी ने बताया कि उपलब्ध दस्तावेजों को ऑडिट टीम को दिया जा रहा है। सृजन कार्यालय से कई अभिलेख सीबीआई ले गई है। जांच के क्रम में अन्य दस्तावेजों को दूसरे कार्यालय में भेजा गया है। ऑडिट टीम को उपलब्ध अभिलेखों के आधार ऑडिट करना चाहिए। ऑडिट नहीं होने से सृजन का परिसमापन भी नहीं हो पाएगा। 

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