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VIDEO: यूपीएससी में 53वां रैंक हासिल करने वाली बेटी ज्योति के परिवार का EXCLUSIVE इंटरव्यू

दूर संचार विभाग दिल्ली में एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत बिहार के भागलपूर जिले की बेटी ज्योति ने दूसरी बार यूपीएससी में सफलता हासिल की। इस बार उन्हें 53th रैंक मिला। इस संबंध में क्या कहना...

VIDEO: यूपीएससी में 53वां रैंक हासिल करने वाली बेटी ज्योति के परिवार का EXCLUSIVE इंटरव्यू
कहलगांव(भागलपुर) | निज प्रतिनिधिSun, 29 Apr 2018 07:48 AM
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दूर संचार विभाग दिल्ली में एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत बिहार के भागलपूर जिले की बेटी ज्योति ने दूसरी बार यूपीएससी में सफलता हासिल की। इस बार उन्हें 53th रैंक मिला। इस संबंध में क्या कहना है उनके परिवार का। देखिए EXCLUSIVE इंटरव्यू।

भागलपूर जिले के कहलगांव शहर के जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता की दूसरी पुत्री ज्योति कुमारी (27) ने यूपीएससी की परीक्षा में दूसरी बार सफलता का परचम लहराकर एकबार फिर कहलगांव का मान बढ़ाया है। इस बार ज्योति को 53वां रैंक मिला है, जबकि इसके पहले 2014-15 में 524वां रैंक था। ज्योति ने यह सफलता तीसरे प्रयास में हासिल की। इसके पहले 2015-16 और 2016-17 में परीक्षा में शामिल हुई थी। फिलहाल वह दूर संचार विभाग दिल्ली में एडिशनल डायरेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत है।

ज्योति की इस उपलब्धि से शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। ज्योति और उनके माता-पिता को बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हो गया है। पुत्री की सफलता से पिता जगन्नाथ और माता शोभा देवी समेत परिजन फूले नहीं समा रहे हैं। ज्योति के पिता जगन्नाथ शहर के एक बड़े मिठाई दुकानदार हैं। उनकी दुकान का रसकदम काफी मशहूर है।

डॉ. एनके जायसवाल, विमल दालान, रति सुमन, रतन आर्य, अशोक खेमका, मुकुल किशोर कपूर, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, मो. रिजवान, बिनोद रूंगटा, श्याम चौधरी, ब्रजेश साह, डॉ. अंकित खेतान, आशीष गुप्ता समेत अनेकों लोगों ने ज्योति और उनके माता-पिता को बधाई दी है। चार भाई-बहनों में दूसरी ज्योति की बड़ी बहन राधा कुमारी (29) और पूजा कुमारी (22) और भाई आनंद कुमार (17) के खुशी का ठिकाना नहीं है।
ज्योति ने 10वीं तक की शिक्षा सेंट जोसेफ स्कूल पकड़तल्ला कहलगांव से प्राप्त की है। 12वीं-डीएवी श्यामली, रांची से की है और स्नातक की पढ़ाई दिल्ली के हंसराज कॉलेज से करने के बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गई। वह मेडिकल की परीक्षा में भी क्वालीफाई की थी लेकिन नहीं गई। बहरहाल वह अपनी सफलता से संतुष्ट है।

कड़ी मेहनत व लगन से ही सफलता संभव
ज्योति ने खुशी जाहिर करते कहा कि यूपीएससी एक कठिन परीक्षा है जो कड़ी मेहनत और लगन से ही संभव है। तैयारी करने वालों को एकाग्रचित्त होकर फोकस्ड स्टडी करनी चाहिये। उन्होंने सफलता का श्रेय माता-पिता को देते कहा कि उनलोगों की प्रेरणा से ही यह संभव हो पाया। उन्होंने युवा पीढ़ी को संदेश देते हुए कहा कि यह परीक्षा कठिन जरूर है, लेकिन असंभव नहीं है। ज्योति की इस सफलता पर कहलगांव की डीयू में पढ़ रही प्रगति सुमन ने बताया कि ज्योति दीदी हमलोगों के लिये प्रेरणाश्रोत बन गई हैं। उनसे सीख लेने की जरूरत है।

 

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