बदलाव : जेएलएनएमसीचए का मोनोग्राम लगा ड्रेस पहनेंगे डॉक्टर व कर्मी
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जेएलएनएमसीएच) के डॉक्टर व कर्मचारी जल्द ही अस्पताल में मोनोग्राम लगाकर काम करते नजर आएंगे। इसके साथ ही उन्हें अनिवार्य रूप से ड्रेस पहनकर अस्पताल आना होगा।...
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जेएलएनएमसीएच) के डॉक्टर व कर्मचारी जल्द ही अस्पताल में मोनोग्राम लगाकर काम करते नजर आएंगे। इसके साथ ही उन्हें अनिवार्य रूप से ड्रेस पहनकर अस्पताल आना होगा। ऐसा नहीं करने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. रामचरत्रि मंडल ने बताया कि एक सितंबर से नयी व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसके लिए 20 अगस्त तक नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। इसमें सभी को मोनोग्राम व ड्रेस में नेम प्लेट को अनिवार्य लगाकर आने का नर्दिेश होगा।
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि डॉक्टर व कर्मचारियों के ड्रेस पर नेमप्लेट लगे होने से उनकी पहचान आसानी से हो सकेगी। इससे रोगी और उनके परिजनों को डॉक्टर व कर्मचारियों को खोजने में परेशानी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि डॉक्टर एप्रन पहनकर प्रतिदिन आएंगे। साथ ही नर्स के लिए उजली साड़ी व शूट, ड्रेसर व फार्मोसस्टि के लिए भी उजला कपड़ा पहनाना अनिवार्य होगा।
कर्मचारियों की पहचान नहीं होने से होती है परेशानी : अस्पताल के कर्मचारियों की पहचान नहीं होने से अक्सर मरीज के परिजनों को परेशान होती है। कभी-कभी मारपीट तक की नौबत आ जाती है। ड्रेस कोड व नेमप्लेट लगे होने से कर्मचारियों की पहचान आसानी से हो सकती है। इसके साथ ही अगर कर्मचारी मरीज के परिजनों से दुर्व्यवाहर करते हैं तो उसकी लिखित शिकायत भी की जा सकेगी।
हमेशा बरती गई लापरवाही : ड्रेस कोड अनिवार्य होने के बाद भी डॉक्टर व कर्मचारी इसका पालन नहीं करते हैं। अस्पताल प्रशासन की सुस्ती के कारण अभी तक यह आदेश बेअसर ही साबित हुआ है। इस बार अस्पताल प्रशासन कोताही बरतने वालों पर कार्रवाई करने के मूड में है। अधीक्षक डॉ. रामचरत्रि मंडल ने बताया कि 14 अगस्त को पटना में आयोजित बैठक में सख्ती से ड्रेस कोड का पालन सुनश्चिति कराने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसबार सख्ती से ड्रेस कोड का पालन कराया जाएगा। लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।