नहीं दिखा चांद, अब मंगलवार से माह-ए-रमजान
शहर के विभन्नि घरों व मस्जिदों की छतों से लाखों लोग रविवार शाम आसमान में चांद का दीदार करने के लिए टकटकी लगाए हुए थे, लेकिन चांद दिखा नहीं। जामिया शहबाजिया मौलानाचक के हेड मुदर्रिस मौलाना मुफ्ती...
शहर के विभन्नि घरों व मस्जिदों की छतों से लाखों लोग रविवार शाम आसमान में चांद का दीदार करने के लिए टकटकी लगाए हुए थे, लेकिन चांद दिखा नहीं। जामिया शहबाजिया मौलानाचक के हेड मुदर्रिस मौलाना मुफ्ती फारुख आलम अशरफी के अनुसार, रविवार को चांद नहीं दिखने के कारण अब तय हो गया है कि रमजान का मुकद्दस महीना मंगलवार से शुरू होगा। मंगलवार को रोजेदार माह-ए-रमजान का पहला रोजा रखेंगे। मंगलवार को सेहरी जहां सुबह 3:38 बजे होगी तो वहीं रोजेदार शाम 6:18 बजे अपना रोजा तोड़ेंगे।
अलविदा की नमाज 31 को, आखिरी रोजा होगा करीब सवा 15 घंटा लंबा : इस बार माह-ए-रमजान में जुमे की नमाज 10, 17 व 24 मई को अदा की जाएगी, जबकि 31 मई को अलविदा की नमाज। इस बार माह-ए-रमजान का आखिरी रोजा (पांच जून) को सबसे लंबा अर्थात 15 घंटे 12 मिनट का होगा। जबकि रोजे का पहला दिन सबसे कम 14 घंटे 40 मिनट का होगा। मौसम विभाग ने भी भवष्यिवाणी की है कि मई के ज्यादातर दिनों में दिन का पारा 40 डग्रिी सेल्सियस के आर-पार रहेगा।
बहुत दिनों बाद पहली बार मई के सख्त गर्मी में होंगे रोजे के 25 दिन : जामिया शहबाजिया मौलानाचक के हेड मुदर्रिस मौलाना मुफ्ती आलम अशरफी का कहना है कि बहुत सालों बाद ऐसा मौका आया है जब मई की सख्त गर्मी में ही रोजे के 25 दिन होंगे। अल्लाह की तरफ से रोजेदार बंदों से इस बार कड़ा इम्तिहान है। रोजे के दौरान जो बंदा जितनी तकलीफ बर्दाश्त करता है, उसे उसी के हिसाब से अल्लाह की तरफ से बदला दिया जाता है।