संक्रांति पर मुंबई, दिल्ली व कोलकाता में भी कतरनी चूड़ा की मांग
मांग बढ़ी मकर संक्रांति तक पांच सौ टन से अधिक चूड़ा बिकने की संभावना पटना

भागलपुर। वरीय संवाददाता
मकर संक्रांति नजदीक आते ही भागलपुरी कतरनी चूड़ा की मांग बढ़ गयी है। इस बार भी दूसरे राज्यों में रह रहे भागलपुर व बिहार के लोग अपने-अपने परिजनों के लिए खास रूप से कतरनी चूड़ा का सौगात भेजना शुरू कर दिया है। जिसके कारण कतरनी का बाजार तेज हो गया है। मकर संक्रांति तक पांच सौ टन से अधिक चूड़ा बिकने की संभावना है। पटना जेल व बिहार सचिवालय से भी चूड़ा का आर्डर आया है। व्यापारी जल्द ही इसकी आपूर्ति पटना के व्यापारियों को करेंगे और वहां से दोनों जगहों पर चूड़ा भेजा जायेगा।
कतरनी चूड़ा के होलसेल कारोबारी रंजीत झुनझुनवाला ने बताया कि संक्रांति को लेकर बाजार में चूड़ा की मांग बढ़ गयी है। यहां से मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरु समेत कई राज्यों में कतरनी चूड़ा भेजा जा रहा है। दूसरे राज्यों में रह रहे लोग अपने अधिकारी व आसपास के परिचितों को चूड़ा की सौगात भी देते हैं। इस कारण भागलपुरी कतरनी का स्वाद व खुशबू कई लोग लेंगे। उन्होंने बताया कि कई जगहों से बड़े पैमाने पर आर्डर आया है। पटना मंडी से भी भागलपुर से चूड़ा की डिमांड हो चुकी है। इस बार पांच सौ टन से अधिक चूड़ा की बिक्री होगी।
जगदीशपुर से रजौन में हो रहा उत्पादन
आभा रतनपुर के किसान विभूति सिंह ने बताया कि कतरनी चूड़ा की मांग खूब हो रही है। जगदीशपुर से रजौन, सुल्तानगंज व शाहकुंड प्रखंड में भी इसकी उपज हो रही है। उन्होंने बताया कि किसानों को चूड़ा बेचने में इस बार समस्या नहीं आ रही है। कृषक उत्पादक संघ ने किसानों से कतरनी चूड़ा खरीद करने का निर्णय लिया है। जो व्यापारियों की तुलना में अधिक भाव दे रहा है। इस कारण किसानों की मकर संक्रांति इस बार अच्छी होगी।
चूड़ा में हो रही मिलावट
रंजीत झुनझुनवाला ने बताया कि शुद्ध कतरनी 80 से एक सौ रुपये किलो बिक रही है। हालांकि कुछ मिलरों के द्वारा इसमें मिलावट भी की जाती है। जिसके कारण वह कम दाम में इसे बेच देते हैं। लोगों को चूड़ा खरीदने से पहले इसकी टेस्ट करनी चाहिए। शुद्ध चूड़ा मीठा व मुलायम होता है। उन्होंने बताया कि कतरनी चूड़ा में सांभा मिक्स किया जाता है, इस कारण उसका दाम कम हो जाता है।
मकर संक्रांति पर भागलपुर में दस टन दही की होगी खपत
मकर संक्रांति पर भागलपुर में दही की कोई कमी नहीं है। सुधा डेयरी ने अभी से इसकी तैयारी कर ली है। भागलपुर, मुंगेर, जमुई आदि जगहों पर पर्याप्त दही की व्यवस्था होगी। इस बार दही सात पैक में ग्राहकों के लिए उपलब्ध रहेगा। प्रबंध निदेशक हेमेंद्र कुमार ने बताया कि दस से 13 जनवरी तक 15 टन दही की बिक्री होने की संभावना है। भागलपुर में ही इसका खपत दस टन है। दही 15 किलो, दस किलो, पांच किलो, दो, किलो, एक किलो आदि में भी उपलब्ध रहेगी। मुंगेर, जमुई आदि जगहों पर पांच टन दही बिकेगी।
