
ग्रामीण इलाकों की कई सड़कें बंद, शहर में और बढ़ा पानी
संक्षेप: सबौर कुरपट के बिजली सबस्टेशन में घुसा पानी बाढ़ में दो लोगों की डूबने से
भागलपुर, प्रधान संवाददाता। जिले में रविवार को भी गंगा का उफान जारी रहा। लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक दिन पहले भागलपुर-सुल्तानगंज के बीच एनएच-80 पर प्रशासन ने आवागमन रोक दिया है। रविवार को भागलपुर से सन्हौला जाने वाली गोराडीह सड़क पर भी बाढ़ का पानी आ गया है। वहीं सबौर, कहलगांव एवं पीरपैंती इलाके में कई ग्रामीण सड़कें जलमग्न हो गई हैं। गंगा का जलस्तर दिन के दो बजे तक भागलपुर में 0.16 मीटर तो कहलगांव में 0.20 मीटर बढ़ा था। जलस्तर में बढ़ोतरी अभी जारी है। हालांकि संभावना व्यक्त की जा रही है कि सोमवार से गंगा के जलस्तर में कमी होने लगेगी।

रविवार को भागलपुर में बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई है। इनमें से एक सुपौल से सुल्तानगंज आए कांवरिया भी शामिल हैं। पीरपैंती में एक 12 वर्षीय बच्ची की भी डूबने से मौत हो गई। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण रविवार को शहरी क्षेत्र में भी पानी बढ़ा। विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में पानी भर गया। वहीं सराय से नरगा जाने वाली सड़क पर पानी भर गया है और लोग दूसरे रूट से आ जा रहे हैं। सबौर के कुरपट में बिजली सबस्टेशन के अंदर पानी घुस गया है। हालांकि बिजली आपूर्ति हो रही है। लेकिन दिक्कत है कि अगर कहीं कोई फॉल्ट आ जाएगा तो उसकी मरम्मत में समय लग जाएगा। पीरपैंती, कहलगांव और सबौर के इलाके में बाढ़ की स्थिति ज्यादा खतरनाक हो गई है। वहीं नवगछिया के गोपालपुर में भी पानी लगातार बढ़ रहा है। रविवार को दिन के दो बजे तक भागलपुर में गंगा का जलस्तर 34.62 मीटर दर्ज किया गया था। यहां खतरे का निशान 33.68 मीटर है। लिहाजा गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग एक मीटर अधिक हो गया है। इससे भी खराब स्थिति कहलगांव की है जहां गंगा खतरे के निशान से 1.69 मीटर अधिक हो गई है। यहां गंगा का जलस्तर 32.78 मीटर है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता आदित्य प्रकाश ने बताया कि रविवार को गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। संभव है कि सोमवार शाम तक जलस्तर में कुछ कमी हो। लेकिन अभी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

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