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सीएम नीतीश ने कोसी और सीमांचल के लोगों को दिया तोहफा, मेडिकल कॉलेज का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में किसी भी व्यक्ति को मजबूर होकर इलाज के लिए दूसरे प्रदेशों में जाने की जरूरत नहीं होगी। सूबे में सुपरस्पेशिलिटी की सुविधाओं से लैस विश्वस्तरीय...

सीएम नीतीश ने कोसी और सीमांचल के लोगों को दिया तोहफा, मेडिकल कॉलेज का किया लोकार्पण
सिंहेश्वर(मधेपुरा) हिंदुस्तान टीमSun, 08 Mar 2020 01:21 PM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में किसी भी व्यक्ति को मजबूर होकर इलाज के लिए दूसरे प्रदेशों में जाने की जरूरत नहीं होगी। सूबे में सुपरस्पेशिलिटी की सुविधाओं से लैस विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं।

उन्होंने ये बातें सवैला में 781 करोड़ से तैयार जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लोकार्पण के दौरान कही।  304 करोड़ की 2502 अन्य योजनाओं का लोकार्पण व 2161 योजनाओं का भी उन्होंने शिलान्यास किया। वह करीब साढ़े तीन बजे सवैला स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में हेलीकॉप्ट से पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से ही अस्पताल में चिकित्सा सेवा बहाल हो गयी और जल्द ही कॉलेज में पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी। उन्होंने अपने कार्यकाल में चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का हवाला देते हुए बताया कि साल 2005 से पहले स्वास्थ्य सेवा की स्थिति बदतर थी। उस समय पीएचसी में महीने में 39 मरीज का सरकारी आंकड़ा दर्ज है। मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या काफी कम होती थी। लेकिन 2005 के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए बेहतर कार्य का परिणाम यह रहा कि अब पीएचसी में हर माह करीब 10 हजार मरीज पहुंचते हैं।

उन्होंने कहा कि 2006-07 में पहले चरण में बेतिया, पावापुरी और मधेपुरा में मेडिकल कॉलेज बनाने का निर्णय लिया गया था। बेतिया और पावापुरी में मेडिकल कॉलेज का समय से काम शुरू हुआ लेकिन मधेपुरा में जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण निर्माण कार्य शुरू होने में विलंब हुआ। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय की 25 एकड़ जमीन उपलब्ध होने के बाद छह जून 2013  में जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया गया था। एमसीआई से मान्यता मिलते ही मेडिकल कॉलेज शुरू होगा। पहले साल से 100 छात्रों का नामांकन होगा।

कोसी और सीमांचल क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का ऐतिहासिक तोहफा
उधर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कोसी और सीमांचल क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज का ऐतिहासिक तोहफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दिया गया है। यह पल इस इलाके के लोगों के लिए यादगार रहेगा। 

 अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मधेपुरा में मेडिकल कॉलेज अस्पताल खुलने से कोसी और सीमांचल के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी।  यह अस्पताल विश्वस्तरीय अस्पताल की श्रेणी में है। इसमें अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं के अलावा ऑपरेशन थियेटर, एक्स-रे, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड, सिटीस्केन की सुविधा है। मरीजों को डायलिसिस की सुविधा भी अस्पताल में मिलेगी। उन्होंने कहा कि 2005 और 2020 के स्वास्थ्य सुविधाओं की तुलना नहीं की जा सकती है। अब दूसरे चरण में न केवल अस्पताल बल्कि अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधा और स्वास्थ्य से संबंधित शिक्षा पर काम किया जाएगा। 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल को विश्व स्तरीय अस्पताल बनाने का काम भी जल्द शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 9200 एग्रेड नर्स और 6400 चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर ली जाएगी। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जननायक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में निर्वाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 2.25 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है। निर्वाध बिजली आपूर्ति के लिए इस अस्पताल को सिंहेश्वर पावर ग्रिड से सीधे जोड़ा जाएगा। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर की भव्य प्रतिमा भी मेडिकल कॉलेज कैंपस में स्थापित करने की आवश्यकता बतायी। 

मंत्री रमेश ऋषिदेव ने कहा कि अब इलाज के लिए क्षेत्र के लोगों को पटना, दरभंगा नहीं जाना पड़ेगा। मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि कोसी- सीमांचल को मेडिकल कॉलेज के रूप में बड़ा तोहफा दिया है। सांसद दिनेशचंद्र यादव ने कहा कि जिले के लिए ऐतिहासिक दिन है। विधानसभा चुनाव में सीएम के विकास को याद रखना है। सुपौल के सांसद दिलेश्वर कामत ने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल से पांच जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो सकेगी। 

इसी सत्र से कॉलेज में शुरू होगी पढ़ाई
मेडिलक कॉलेज अस्पताल के उद्घाटन समारोह में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि सत्र 2020-21 से मेडिकल कॉलेज में 100 छात्रों का नामांकन कर पढ़ाई शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल के विभिन्न विभागों में 500 बेड की सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल और कॉलेज भवन का 60 प्रतिशत हिस्सा वातानुकूलित है। उन्होंने बीएनएमयू प्रशासन को मेडिकल कॉलेज के लिए उपलब्ध करायी गयी 25 एकड़ जमीन के लिए आभार जताया।

उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल भवन का निर्माण कार्य भूकंपरोधी संरचना के रूप में ग्रीन बिल्डिंग मानकों के साथ कराया गया है। इसके अलावा अग्निशमन उपकरण भी लगाये गये हैं। यहां 280 किलोवाट पावर की व्यवस्था है। यहां उपयोग होने वाले पानी का ट्रीटमेंट कर दुबारा इस्तेमाल करने की व्यवस्था भी की गयी है। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं की भी जानकारी दी। प्रधान सचिव ने बताया कि प्रधानाध्यापक को छोड़ कर प्रध्यापक, सह प्राध्यापक, एसआर ट्यूटर के 92 पदों पर नियुक्ति की गयी है। उन्होंने कहा कि दस दिनों के अंदर 76 जूनियर डॉक्टरों की भी बहाली की जाएगी। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए 120 नर्सों को भी नियुक्ति पत्र उपलब्ध करा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की मंशा है कि यह अस्पताल पूरी तरह व्यवस्थित और अनुशासन के माहोल में संचालित हो और कोसी- सीमांचल के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हो सके। 

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