भागलपुर में लापरवाह अधिकारी, 75 हजार किसानों के आवेदन दबाये बैठे हैं एसी और सीओ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लगभग 75 हजार आवेदन कृषि समन्वयक और अंचलाधिकारी दबाये बैठे हैं। चुनाव के पहले एक बार 38 हजार लाभुक किसानों के आवेदन अनुमोदित कर भेजे गए थे। 10 जून तक...
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लगभग 75 हजार आवेदन कृषि समन्वयक और अंचलाधिकारी दबाये बैठे हैं। चुनाव के पहले एक बार 38 हजार लाभुक किसानों के आवेदन अनुमोदित कर भेजे गए थे।
10 जून तक शेष सभी लाभुकों का आवेदन सत्यापित कर मुख्यालय भेजने की घोषणा की गई है, लेकिन आवेदनों का सत्यापन ही नहीं हुआ है। बांका में भी इस योजना की यही स्थिति है।
24 मई 2019 को कृषि विभाग के मुख्यालय से जारी रिपोर्ट में भागलपुर के कुल लाभुक किसानों के आवेदनों की संख्या 127172 बतायी गई है। इसमें से 50716 आवेदन अब भी एसी यानी कृषि समन्वयक के स्तर पर ही पेंडिंग बताया गया है। 71843 आवेदन समन्यक से स्वीकृति के बाद रकवे के सत्यापन के लिए अंचलाधिकारी को भेजा गया, जिसमें से 46 हजार का ही निष्पादन हो पाया है। मसलन करीब 25 हजार आवेदन अंचालाधिकारी के स्तर पर लंबित हैं। यह स्थिति तब है जब जिलाधिकारी बैठकों में कई बार यह कह चुके हैं कि अंचलाधिकारी अपने स्तर से लाभुक किसानों का आवेदन लंबित नहीं रखें। बताया गया कि ऑनलाइन आवेदन करने के 20 दिनों के अंदर ही कृषि समन्यक के स्तर पर लाभुक और उनके दावों का सत्यापन कर दिया जाना है। इसके बाद सात से 10 दिनों के अंदर अंचलाधिकारी के स्तर से निष्पादन होना है।
किसानों को भुगतना होगा खामियाजा
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में इस लेटलतीफी का खामियाजा अब किसानों को भुगतना पड़ेगा। जो स्थिति से है कि भुगतान में तीन से चार माह लग सकते हैं। प्रति किसान छह हजार रुपये इस योजना से मिलना है। किसान इस राशि का इस्तेमाल खरीफ फसलों के अच्छादन में भी नहीं कर पाएंगे। सूत्रों की मानें तो जो आवेदन पहले भेजे गए थे, उसमें भी अभी तक सभी का भुगतान नहीं हो पाया है।
जिला कुल आवेदन लंबित/एसी लंबित/सीओ
भागलपुर 127172 50716 25300
बांका 162524 97576 54268
जिला कृषि पदाधिकारी केके झा ने इस संबंध में बताया कि सत्यापन कार्य बीच में प्रभावित रहा। काम में तेजी लाने के लिए चिट्ठी भी जारी की गई है। लक्ष्य के अनुसार, काम नहीं करने वाले समन्वयक चिह्नित होंगे। सीओ को भी पत्र दिया गया है।