बिहार के इस विधायक ने समाज को दिखाई राह, बिना दहेज के लिए सात फेरे
बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा क्षेत्र से विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी बिना दहेज लिए रश्मि कुमारी के साथ सात फेरे लेकर समाज को एक नई दिशा दी है। सूबे के मुख्यमंत्री ने दहेज प्रथा के...
बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा क्षेत्र से विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी बिना दहेज लिए रश्मि कुमारी के साथ सात फेरे लेकर समाज को एक नई दिशा दी है।
सूबे के मुख्यमंत्री ने दहेज प्रथा के खिलाफ ही 21 जनवरी को मानव शृंखला का आयोजन किया था। विधायक का कहना था कि उन्होंने समाज में बदलाव लाने के लिए सिकंदरा के व्यवसायी प्रवीण केशरी की बेटी रश्मि के साथ पिछले साल ही सात फेरे लेने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि अंतर्जातीय विवाह को बढ़ावा देने के लिए हीं रविवार को रश्मि से परिणय सूत्र में बंधे हैं। विधायक ने यह भी कहा कि युवा वर्ग के लोगों को इससे प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि छह माह पहले ही यह घोषणा की थी कि बिना दहेज लिए शादी करूंगा। इसी निर्णय के तहत सिकंदरा की रश्मि से इंगेजमेंट किया था। विधायक के इस निर्णय का कई लोगों ने स्वागत किया है।
बेटे के निर्णय से पिता हैं काफी खुश
विधायक बंटी चौधरी के पिता महेश चौधरी ने बताया कि वे अपने बेटे के निर्णय से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि वह शुरू से ही आदर्श विवाह करने की बात करता था। मैनें भी उसे आदर्श विवाह करने के लिए प्रेरित किया था। आज वह बिना दहेज की शादी की है। समाज के लोगों को इससे सीख लेने की जरूरत है।
एक साल पहले विधायक को रश्मि से हुई थी मुलाकात
विधायक ने कहा कि रश्मि सिकंदरा में गरीब बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाती हैं। एक साल पहले उसके संस्थान में जाने का मौका मिला जब देखा कि नि:स्वार्थ भाव से गरीब बच्चों को पढ़ा रही हैं तो मुझे लगा कि ऐसे ही समाज सेविका मेरे जीवन में बहार लाएगी। करीब 9 माह पहले मैंने खुद ही उससे शादी करने का प्रस्ताव रखा। इस पर उसने कहा कि मैं बिना दहेज की ही शादी करूंगी। आदर्श विवाह करना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है। मेरे दिल की बात उसने कह दी। इसके बाद हम दोनों ने सात फेरे लेने का निर्णय लिया। रविवार की देर शाम विधायक और रश्मि खुशी-खुशी एक दूजे के लिए हो गए।