कोसी-सीमांचल में बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना शीघ्र शुरू
कोसी और सीमांचल क्षेत्र के पांच जिलों में कुसहा पीड़ितों और ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ते आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। राज्य सरकार ने वर्ल्ड बैंक के सहयोग से पीड़ितों के चेहरे पर खुशियां लौटाने के लिए बिहार...
कोसी और सीमांचल क्षेत्र के पांच जिलों में कुसहा पीड़ितों और ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ते आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। राज्य सरकार ने वर्ल्ड बैंक के सहयोग से पीड़ितों के चेहरे पर खुशियां लौटाने के लिए बिहार कोसी बेसिन विकास परियोजना की शुरुआत की है।
परियोजना का पंचायतों में काम अगले महीने से शुरू होगा। इस परियोजना के तहत कुसहा पीड़ितों व ग्रामीणों को मुर्गीपालन, ब्लैक बंगाल नस्ल का बकरीपालन, कृषि और मत्स्यपालन का प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा जाएगा। सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया और अररिया जिले की 973 पंचायतों में एक-एक मुर्गीपालन, बकरीपालन प्रशिक्षण केन्द्र खुलेगा। गाय, भैंस जैसे पशुओं के नस्ल सुधार के लिए एक-एक कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र सहित फार्मिंग केन्द्र खोला जाएगा। हर पंचायत में एक-एक महिला रिसोर्स पर्सन होगी जो पशुओं के इलाज और बीमारी पहचानने की जानकारी महिलाओं को देकर जनजागरूकता फैलाएगी।