अर्द्धसैनिक बलों की बहाली में फर्जीवाड़े के आरोप में छह अभ्यर्थी और धराये
भागलपुर के कहलगांव में एनटीपीसी में सीआईएसएफ द्वारा अर्द्धसैनिक बलों की बहाली के लिये चल रहे शारीरिक जांच परीक्षा के क्रम में फर्जीवाड़ा के आरोप में फिर आधा दर्जन अभ्यर्थियों को सोमवार को पकड़ा...
भागलपुर के कहलगांव में एनटीपीसी में सीआईएसएफ द्वारा अर्द्धसैनिक बलों की बहाली के लिये चल रहे शारीरिक जांच परीक्षा के क्रम में फर्जीवाड़ा के आरोप में फिर आधा दर्जन अभ्यर्थियों को सोमवार को पकड़ा गया।
सीआईएसएफ भर्ती केंद्र के बोर्ड मेंबर ने सभी को पकड़कर एनटीपीसी थाना पुलिस के हवाले किया जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना को लेकर सीआईएसएफ यूनिट कहलगांव स्थित भर्ती केंद्र के बोर्ड मेंबर सह सहायक समादेष्टा ज्ञान सिंह भाटी ने एनटीपीसी थाना में सोमवार को नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।
मालूम हो कि पिछले 14 अगस्त को नौ, 16 अगस्त को छह और 17 अगस्त को 10 अभ्यर्थियों को फर्जीवाड़े के आरोप में पकड़ा गया था। सीआईएसएफ भर्ती केंद्र कहलगांव में आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, बीएसएफ, सीआरपीएफ और आसाम राइफल्स के जीडी आरक्षक एवं अन्य बलों के लिये बहाली के लिये शारीरिक परीक्षा की प्रकिया चल रही है।
बायोमेट्रिक जांच के क्रम में अभ्यर्थियों का फोटो और फिंगर प्रिंट में मिलान नहीं होने के कारण पकड़ा गया। सभी पकड़ाये सही अभ्यर्थी हैं जो फिजिकल टेस्ट देने आये थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूर्व में हुई लिखित परीक्षा में फर्जी लोगों ने परीक्षा दी थी जिसके एडमिट कार्ड पर फर्जी लोगों के फोटो चिपके थे तथा उनलोगों का ही फिंगर प्रिंट बायोमेट्रिक से लिया गया था। फिजिकल टेस्ट देने जब सही अभ्यर्थी आये तो ना तो फोटो का मिलान हुआ और ना ही फिंगर प्रिंट सही पाया गया। ऐसे में सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पकड़ाये लोगों में पीरपैंती के रामनगर के राकेश कुमार, शेखपुरा के जमालपुर बिघा के दिलीप कुमार, लखीसराय के खावा चंद्रा के संजीव कुमार संजीव, बकारचक के बबलू कुमार, बांका के चौतारा के नीतीश कुमार तथा उसी गांव के मिथुन राज शामिल हैं। सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा।