27 साल पहले हुए समझौते को लागू करे एनटीपीसी प्रबंधन : सांसद
कहलगांव एनटीपीसी से जुड़ी समस्याओं और स्थानीय मुद्दों को लेकर सांसद शैलेश कुमार उर्फ बूलो मंडल के नेतृत्व में बुधवार को एनटीपीसी के गेट नंबर एक के सामने महाधरना दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता...
कहलगांव एनटीपीसी से जुड़ी समस्याओं और स्थानीय मुद्दों को लेकर सांसद शैलेश कुमार उर्फ बूलो मंडल के नेतृत्व में बुधवार को एनटीपीसी के गेट नंबर एक के सामने महाधरना दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष तिरुपतिनाथ यादव ने की एवं संचालन जिला महासचिव बासुकीनाथ यादव ने किया।
सांसद बूलो मंडल ने कहा कि करीब 27 साल पहले राज्य सरकार, एनटीपीसी प्रबंधन और स्थानीय प्रतिनिधियों के बीच हुए समझौते को एनटीपीसी लागू करे। एनटीपीसी स्थापना के लिये जमीन ली गई लेकिन वादे के अनुरूप भू विस्थापितों को परियोजना में रोजी रोजगार नहीं मिल पाये जिससे लोगों में असंतोष व्याप्त है। वहीं परियोजना के पांच किलोमीटर के दायरे में कमांड एरिया में लोगों को निर्बाध बिजली सुलभ नहीं हो पा रही है। उन्होंने भागलपुर को भी कमांड एरिया में शामिल करने तथा भागलपुर के बुनकरों के लिये विशेष सहायता का प्रावधान करने की मांग की। एमजीआर के समानांतर जानेवाली जर्जर सड़क का निर्माण करने, सीएसआर योजना को मुस्तैदी से लागू करने सरीखे मसलों को उठाते सांसद ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक माह के अंदर मांगों पर प्रबंधन सकारात्मक पहल करे वरना आंदोलन को गति दी जाएगी तथा एनटीपीसी का चक्का जाम किया जाएगा। सांसद ने धरना को लेकर प्रशासन द्वारा धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने का विरोध करते हुए कहा कि बंदरघुड़की से राजद कार्यकर्ता डरनेवाले नहीं हैं। भीडीएसी का हो पुनर्गठनविधायक रामविलास पासवान ने भू विस्थापितों और स्थानीय लोगों के हितों के साथ सौतेलेपन का प्रबंधन पर आरोप लगाते कहा कि सभी भू विस्थापितों को रोजी रोजगार की गारंटी सुनिश्चित की जाय। वहीं जिलाध्यक्ष तिरुपतिनाथ यादव ने 19 सूत्री मांगों को पढ़कर सुनाया।एनटीपीसी को अपना मित्र समझें धरना समापन के बाद एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक राकेश सैमुएल धरना स्थल पर पहुंचे, जहां सांसद ने उन्हें 19 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। धरनार्थियों को संबोधित करते सैमुएल ने कहा कि पूर्व में हुए समझौते के आलोक में विकास के कार्य कराये जाएंगे। लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास किया जाएगा तथा आनेवाले दिनों में कुछ अलग दिखने लगेगा। उन्होंने कहा कि सांसद ने धरना के माध्यम से जगाने का काम किया है। उनके निर्देशन में मांगों को गति दी जाएगी। साथ ही कहा कि एनटीपीसी को मित्र समझें तथा सहयोग बनाये रखें।19 सूत्री मांगों के प्रमुख अंशभू-विस्थापित परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी मिले, अकुशल श्रमिक ग्रेड की सभी नौकरियां भू-विस्थापितों के लिये आरक्षित हों, राख प्रदूषणवाले क्षेत्रों में सघन पौधरोपण व पानी छिड़काव का प्रावधान, कमांड एरिया के सभी गांवों में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, आरसी वन और टू के विस्थापितों को स्थाई नौकरी का प्रावधान, भदेर गेट को पूर्व की तरह खोलने, परियोजना से सटे गांवों में सड़क व नालों का नये सिरे से निर्माण, दुर्घटना में मृत श्रमिकों के आश्रितों को मुआवजा का निर्धारण, पर्यावरण, सुरक्षा, पौधरोपण, सीएसआर आदि की जांच कराने, एमजीआर रूट का निर्माण, कमांड एरिया को 24 घंटे बिजली तथा भागलपुर को कमांड एरिया घोषित करने।महाधरना में शामिल होनेवाले प्रमुख लोगडॉ. सलाउद्दीन अहसन, मो. सफी आलम, मो. चांद अली, रमेश रमण, श्यामसुंदर यादव, मो. उस्मान, संजय मंडल, पवन भारती, मो. रिजवान, प्रीतम कुमार यादव, चंदन कुमार, गौरव कुमार, मो. तवरेज, पूनम झा, पूर्व प्रमुख रानी देवी समेत अनेकों लोग शामिल थे।