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भागलपुर एसिड अटैक: बर्न हॉस्पिटल में जिंदगी के लिए मौत से संघर्ष कर रही है पीड़ित छात्रा

एसिड एटैक पीड़िता बनारस के बर्न अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ कर रही है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। रविवार को तरल पदार्थ भी नहीं ले पा रही थी। स्लाइन से इनर्जी दी जा रही है। बायीं आंख में एसिड चले...

भागलपुर एसिड अटैक: बर्न हॉस्पिटल में जिंदगी के लिए मौत से संघर्ष कर रही है पीड़ित छात्रा
भागलपुर (व.सं.)। Mon, 22 Apr 2019 12:06 PM
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एसिड एटैक पीड़िता बनारस के बर्न अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ कर रही है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। रविवार को तरल पदार्थ भी नहीं ले पा रही थी। स्लाइन से इनर्जी दी जा रही है। बायीं आंख में एसिड चले जाने से रेटिना पर असर पड़ा है। इससे रोशनी जाने का खतरा बढ़ गया गया है। परिवार वालों का कहना है कि डाक्टर ने अभी सुधार के बारे में कुछ नहीं कहा है।
 
पीड़ित छात्रा की मां घटना की प्रत्यक्षदर्शी
पीड़िता की हालत गंभीर देख एसएसपी ने परिवार वालों का बयान लेने के लिए महिला थानेदार रीता कुमारी और बरारी थाने में तैनात रश्मि कुमारी को रविवार को बनारस भेजा है। पीड़िता के साथ में मां और पिता हैं। घटना के बाद पुलिस ने परिवार वालों का बयान दर्ज नहीं कर सकी है। पीड़ित छात्रा की मां घटना की प्रत्यक्षदर्शी है। मां को रिवाल्वर सटाकर हमलावरों ने बेटी को एसिड से नहला दिया था। बचाने में महिला का हाथ एसिड से झुलस गया है। पुलिस का कहना है कि घटना के संदर्भ में महिला का बयान महत्वपूर्ण है। घटना को लेकर छात्रा के पिता के बयान पर रिपोर्ट दर्ज की गयी है।

जलन और लहर से सिर्फ चिल्ला रही है छात्रा
छात्रा के पिता ने कहा कि बेटी कुछ बोल नहीं पा रही है। जलन और लहर से सिर्फ चिल्ला रही है। सो भी नहीं पा रही है। डॉक्टर लगातार नजर रख रहे हैं। शनिवार को तरल पदार्थ दिया गया था लेकिन रविवार को सिर्फ चिल्ला रही थी। परिवार वाले भी बनारस से संपर्क में हैं। पीड़िता के परिवार वालों ने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि बच्ची स्वस्थ होकर घर लौट आए। जोनल आईजी विनोद कुमार ने वाराणसी गयीं महिला पुलिस पदाधिकारी को मेडिकल ऑफिसर के सामने पीड़िता का बयान लेने का निर्देश दिया है। 

जोनल आईजी व डीआईजी जांच के लिए पहुंचे छात्रा के घर 
एसिड हमले मामले की 48 घंटे बाद भी गुत्थी नहीं सुलझने पर रविवार को जोनल आईजी विनोद कुमार, डीआईजी विकास वैभव, एसएसपी और सिटी एसपी जांच के लिए पीड़िता के घर पहुंचे। घर में भाई और परिवार वालों से घटना के संदर्भ में लंबी बातचीत की। अधिकारियों ने घर के आसपास का निरीक्षण किया, जहां पर असामाजिक तत्व और बिगड़ैल लड़कों की टोली नशेबाजी करते थे। 

शाम ढलने के बाद असामाजिक तत्वों का अड्डा
लोगों ने बताया कि शाम ढलने के बाद असामाजिक तत्वों का अड्डा लगने लगता था। मोहल्ले के लोग कुछ बोलते थे तो बम मारने की धमकी दी जाती थी। पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता के भाई ने कहा कि न्याय चाहिए। दीदी का कभी किसी से विवाद नहीं था। छोटे भाई थे। सारी बात शेयर करती थी। घटना को लेकर परिवार के लोग पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। पता नहीं किस दुश्मनी का बदमाशों ने बदला लिया है। परिवार वालों से बातचीत के बाद आला अधिकारियों ने मकान के चारों ओर निरीक्षण किया। आपस में बातचीत के बाद बबरगंज थाना पहुंचे। शनिवार को एसएसपी आशीष भारती भी जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे।  

गिरफ्तार प्रिंस को पुलिस ने भेजा जेल
एसिड एटैक मामले के मुख्य आरोपी प्रिंस भगत को पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया। हिरासत में लिए गए प्रिंस के भाई सौरभ से अभी पूछताछ की जा रही है। घटना के बाद शुक्रवार रात ही पुलिस ने प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया था। लंबी पूछताछ के बाद भी प्रिंस ने अन्य आरोपियों के बारे में कुछ नहीं बताया। कहा कुछ नहीं जानते हैं। घटना के समय घर में थे लेकिन कुछ पता नहीं है। हल्ला होने पर पीड़ित छात्रा के घर गए थे। पुलिस का कहना है कि प्रिंस ने नशेबाज साथियों नाम बताया है। उससे पूछताछ की जा रही है लेकिन हमलवारों की अभी पहचान नहीं की जा सकी है।   

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