मिलिए ये हैं किसान की बेटी, खेत की मेड़ को रन-वे बनाकर लगा रहीं हैं स्वर्णिम छलांग
कहते हैं आग में तपकर ही सोना निखरता है। यह कहावत नाथनगर की राष्ट्रीय स्तर की जूनियर एथलीट चंदा कुमारी पर फिट बैठती है। विषम परिस्थितियों ने उसे विशेष बनाया। पंचायत में मैदान नहीं था तो खेत की मेड़ को...
कहते हैं आग में तपकर ही सोना निखरता है। यह कहावत नाथनगर की राष्ट्रीय स्तर की जूनियर एथलीट चंदा कुमारी पर फिट बैठती है। विषम परिस्थितियों ने उसे विशेष बनाया। पंचायत में मैदान नहीं था तो खेत की मेड़ को रन-वे और खेत को जंपिंग पिट बनाकर अभ्यास किया। दो साल लगातार मेहनत कर छठी कक्षा की छात्रा चंदा ने राज्य ओपन एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अंडर-14 वर्ग में स्वर्ण पदक जीत अपने माता-पिता के सपने को साकार किया।
चंदा नाथनगर की निस्फ अंबै पंचायत के दिघ्घी गांव की रहने वाली है। उसके पिता अनिल मंडल किसान और माता सीता देवी कुशल गृहिणी हैं। वह मधुसूदनपुर मध्यविद्यालय में छठी की छात्रा हैं। खास बात यह कि उसके सभी छह बहनें राज्य स्तर की एथलीट हैं। एथलेटिक्स की प्रेरणा उसे अपने बड़ी बहन करीना और करिश्मा से मिली। दोनों राष्ट्रीय स्तर की एथलीट हैं और लंबी कूद में बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
चंदा के कोच जितेंद्र बताते हैं कि चंदा नैसर्गिक प्रतिभा की धनी है। मात्र दो साल के अंदर ही वह प्रखंड से राज्य चैंपियन बन गयी। 2017-18 में पहली बार उसने जिला स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया और पहला स्थान हासिल किया। लंबी कूद की दिग्गज एथलीट अंजू बी जार्ज से प्रभावित चंदा पटना में आयोजित अंतर राज्यीय ईस्ट जोन एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पांचवां स्थान हासिल किया।
चंदा कहती हैं कि उसका सपना देश के लिए लंबी कूद में मेडल जीतना है। वह अपना अलग पहचान बनाना चाहती है। वह कहती हैं कि संसाधन मिले तो वह और बेहतर कर सकती हैं। फिलहाल वह रोज तीन घंटे सुबह-शाम अभ्यास करती है।