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छह माह से वेतन संकट के बीच यहां 80 डॉक्टर्स लड़ रहे कोरोना से जंग

कोराना वैश्विक महामारी के बीच कठिनाईयों में काम करने वाले चिकित्सकों को पिछले छह माह से वेतन का संकट लगा है। इसके कारण चिकित्सकों को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा है।  जिले में चिकित्सकों...

छह माह से वेतन संकट के बीच यहां 80 डॉक्टर्स लड़ रहे कोरोना से जंग
पूर्णिय। हिन्दुस्तान संवाददाताFri, 27 Mar 2020 04:13 PM
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कोराना वैश्विक महामारी के बीच कठिनाईयों में काम करने वाले चिकित्सकों को पिछले छह माह से वेतन का संकट लगा है। इसके कारण चिकित्सकों को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा है। 

जिले में चिकित्सकों की संख्या 80 के लगभग है। अभी वर्तमान समय में जब कोरोना वैश्यिक महामारी के संकट से पूरी दुनिया जुझ रही है। ऐसे में आर्थिक संकटों के बीच भी चिकित्सक अपनी भूमिका निभाने में पीछे नहीं है। पूरी जिम्मेवारी के साथ कोरोना वायरस अभियान से निपटने में लगे हुए हैं। इन चिकित्सकों की माने तो पिछले छह माह से वेतन नहीं मिलने के बाद भी चिकित्सकीय भूमिका अदा करने में किसी तरह की कोताहीं नहीं किए और नियमित रूप से अपनी सेवा दे रहे हैं। ऐसे में अब दूसरी कोरोना वैश्विक महामारी संकट की परेशानी है। ऐसे में अभी पूरी जिम्मेवारी के साथ जिले के अलग अलग प्रखंड के चिकित्सक अपनी डयूटी निभा रहे हैं। ऐसे में विभाग को इस विषम परिस्थिति में चिकित्सकों के हित में वेतन भुगतान करना चाहिए जिससे की चिकित्सक बगैर किसी परेशानी के काम कर सके।

भाषा इकाई ने प्रधान सचिव को लिखा पत्र
बिहार हेल्थ सर्विसेज भाषा इकाई के राज्य अतिरिक्त महासचिव डॉ. एसके वर्मा ने बताया कि इस मसले को लेकर संघ की ओर से प्रधान सचिव बिहार सरकार को एक पत्र लिखा गया है। इस पत्र के माध्यम से राज्य में वैश्विक कोरोना महामारी एवं कार्यस्थल पर चिकित्सकों की कठिनाईयों व वेतन भुगतान समेत अन्य कई लम्बित मांगों को पूरा करने की मांग की है। इन मांगों के माध्यम से यह जानकारी दी गई है कि वर्ष 2019 एवं 20 के अर्न्तगत 6 माह से लेकर 11 माह तक का वेतन का भुगतान चिकित्सकों का बकाया है।

इन सभी चिकित्सकों के वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण आर्थिक तंगी के बीच सभी चिकित्सक गुजर रहे हैं। इससे इन चिकित्सकों के बीच कार्य के दौरान अंसतोष की स्थिति भी बनी रहती है। इसलिए भुगतान की दिशा में सरकार को शीघ्र सोचना चाहिए जिससे चिकित्सक खुलकर अच्छे माहौल में काम कर सके। चिकित्सकों का मनोबल उचा रहें और काम करने में किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।

मास्क और सेनिटाईजर की सुविधा भी देने की मांग
भाषा पूर्णिया इकाई के सचिव व राज्य अतिरिक्त महासचिव डॉ. एसके वर्मा ने बताया कि प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग को दिए गए पत्र में राज्य में कोराना वैश्विक महामारी से निपटने में लगे चिकित्सकों के लिए प्रर्याप्त मात्रा में इन्फ्रारेड थर्मामीटर, मास्क ग्लबस सहित आवश्यक पीपीई कीट, सेनेटाइजर की व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित करने की मांग की है।

इनके अलावा सभी मेडिकल कॉलेज व जिला स्तरीय अस्पताल में आईसीयू को सुदृढ़ करने के उद्वेश्य से रोगी शैय्या सहित वेंटिलेटर एवं अन्य साधनों उपकरणों व उपस्करों की संख्या में वृद्धि करने तथा इन पर प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती की मांग है। इनके अलावा कोरोना महामारी से निपटने के लिए विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसके बचाव व उपचार का प्रशिक्षण चिकित्सकों की देने की मांग उठाई है ताकि चिकित्सकों को काम करने में आसानी हो सके और हर मुश्किल की स्थिति में काम कर सके।

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