संगमयुग में 473 रचनाकारों ने साहित्य की रचना की
टीएनबी कॉलेज के इतिहास विभाग के द्वारा राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वक्ता द्रविडियन यूनिवर्सिटी चेन्नई प्रो. जीजे सुधाकर थे। वेबिनार का विषय संगम युग था। इतिहास विभाग के...
भागलपुर। कार्यालय संवाददाताटीएनबी कॉलेज के इतिहास विभाग द्वारा राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वक्ता द्रविडियन यूनिवर्सिटी चेन्नई प्रो. जीजे सुधाकर थे। वेबिनार का विषय संगम युग था। इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. दयानंद राय ने संगम युग पर विस्तृत प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता ने संगमकालीन प्रमुख तीन राज्यों चोल, चेर और पाण्डय के विस्तृत इतिहास पर प्रकाश डाला। संगम युग के 473 रचनाकारों ने लगभग दो हजार से भी अधिक साहित्य की रचना की थी। तृतीय संगम जिसका स्पष्ट प्रमाण मिलता है। संगम युग के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक स्थितियों को स्पष्ट किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संजय कुमार चौधरी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। वेबिनार में डॉ. अर्चना कुमारी साह, डॉ. रविशंकर कुमार चौधरी, डॉ. कुमार कार्तिक डॉ. पवन कुमार और डॉ. मोहिनी झा ने भी वेबिनार में अपने विचार रखे। वेबिनार में 100 प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता दी।