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मायागंज अस्पताल के 100 मरीजों को संक्रमण का खतरा

कोरोना समेत अन्य प्रकार की बीमारी होने का है खतरा बेड नहीं रहने से जमीन

मायागंज अस्पताल के 100 मरीजों को संक्रमण का खतरा
हिन्दुस्तान टीम,भागलपुरSat, 20 Mar 2021 04:01 AM
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भागलपुर, कार्यालय संवाददाता

मायागंज अस्पताल में इलाज के लिए आ रहे मरीजों में संक्रमण का खतरा है। यहां के विभिन्न विभागों में मरीजों की बढ़ती भीड़ के कारण उन्हें बेड तक नहीं मिल पा रहा है, जिससे उन्हें कोरोना समेत अन्य प्रकार के संक्रमण का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक, अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हो रहे कुल मरीजों में से करीब 10 प्रतिशत मरीजों को जमीन पर गद्दा बिछाकर इलाज कराने पर उन्हें कोरोना या फिर अन्य प्रकार के संक्रमण का सामना करना पड़ता है।

अस्पताल के इमरजेंसी में हर रोज 55 से 60 मरीज इलाज के लिए भर्ती होते हैं। इनमें से 35 से 40 मरीज ऐसे होते हैं, जिन्हें बेड नहीं मिलने की दशा में इमरजेंसी की गैलरी में ही गद्दा बिछाकर इलाज कराना पड़ता है। इनमें से ज्यादातर घायल व झुलसे मरीज होते हैं। इसके अलावा 100 बेड वाले सर्जरी विभाग में 25 से 30 मरीज व हड्डी विभाग में 20 से 25 मरीजों को बेड नहीं मिलता है। जबकि और स्त्री व प्रसूति रोग विभाग में 10 से 12 महिलाओं को जमीन पर बेड बिछाकर प्रसव के लिए इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा मेडिसिन विभाग में एचडीयू खुल जाने के कारण यहां पर करीब एक दर्जन मरीजों को बेड के लिए जूझना पड़ता है।

केस नंबर 1: इशीपुर बाराहाट निवासी 35 वर्षीय श्यामा देवी को झुलसी अवस्था में मायागंज अस्पताल में इलाज के लिए 13 मार्च को भर्ती कराया गया। इमरजेंसी से लेकर बर्न वार्ड में भर्ती कर 10 दिन तक उनका इलाज कराया गया। जहां जांच में फेफड़े में संक्रमण पाया गया। बहुत मुश्किल से उनकी जान बचायी जा सकी।

केस नंबर 2: मुंगेर जिले के तारापुर निवासी रामप्रवेश का मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी में इलाज कराया गया। उन्हें 11 मार्च को भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान इनके साथ हर वक्त बेटा श्याम कुमार अस्पताल में रहा। 16 मार्च को श्याम को बुखार व गले में दर्द हुआ तो रेलवे स्टेशन पर रैपिड एंटिजन टेस्ट किट से कोरोना जांच करायी। रिपोर्ट पॉजिटिव आई। श्याम ने बताया कि 11 मार्च से लेकर कभी वह घर नहीं गये। यहां तक कि अस्पताल के बाहर दवा की दुकान को छोड़कर कहीं नहीं गये। हालांकि रामप्रवेश जांच में कोरोना निगेटिव निकले।

अस्पताल में बेड की किल्लत: अधीक्षक

मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार भगत ने कहा कि मेडिसिन, सर्जरी व हड्डी रोग विभाग में 200-200 बेड की जरूरत है। इमरजेंसी में बेड की क्षमता 100 होनी चाहिए, लेकिन आज की तारीख में इमरजेंसी में 60 बेड और सर्जरी, हड्डी व मेडिसिन विभाग में महज 100-100 बेड ही उपलब्ध हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती मरीजों को संक्रमण नहीं हो, इसके लिए सेनिटाइजेशन से लेकर विभागों को फ्यूमिगेट कराया जाता है।

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