पुलिस से उलझना युवक को महंगा पड़ा। पहले हवालात और बाद में जेल की हवा खानी पड़ी। सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के मामले में बुधवार को शंकरपुर के ब्रजेश कुमार को सलाखों के पीछे कर दिया गया।
इस मामले में ब्रजेश के परिजनों ने वासुदेवपुर पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। ब्रजेश के बड़े भाई राजेश कुमार ने बताया कि ब्रजेश को बेवजह फंसाया गया है। उन्होंने अदालत से भी न्याय की गुहार लगायी है। दरअसल, मंगलवार को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी राकेश कुमार बाइक से अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान जरबेहरा मस्जिद के समीप एक सादे लिबास में दूसरी बाइक से जा रहे वासुदेवपुर ओपी के जमादार सकिकुल रहमान से टकरा गया। दोनो एक दूसरे से उलझ गये और मारपीट हो गयी। इतने में राकेश कुमार का बड़ा भाई ब्रजेश कुमार वहां पहुंच गया और बीच बचाव कर अपने भाई को छुड़वा दिया। बात इतनी बढ़ गयी कि जमादार ने थाने से फोर्स मंगा लिया और बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया। उसे मारापीट कर वासुदेवपुर ओपी की हाजत में बंद कर दिया। अगले दिन उसे जेल भेज दिया। अपनी गलती के लिये ब्रजेश ने जमादार से माफी भी मांगी लेकिन वह एक ना
सेक्शन 353 के तहत युवक पर कार्रवाई की गयी है। ड्यूटी कर अकेले पुलिसकर्मी से कई युवक उलझ गये और मारपीट करने लगे। सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के कारण उसे जेल भेजा गया है।
-नीरज कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर