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करवंदिया गांव के युवक की गला दबाकर हत्या

शव लेकर आनेवाले लोगों में से दो की मृतक के बेटे ने की है पहचान, मृतका की पत्नी बोली, चुनावी रंजिश में उसके पति की कर दी गई...

करवंदिया गांव के युवक की गला दबाकर हत्या
हिन्दुस्तान टीम,भभुआThu, 29 Oct 2020 08:00 PM
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शव लेकर आनेवाले लोगों में से दो की मृतक के बेटे ने की है पहचान

मृतका की पत्नी बोली, चुनावी रंजिश में उसके पति की कर दी गई हत्या

07 से आठ की संख्या में शव लेकर आए थे लोग

चैनपुर। एक संवाददाता

चुनावी रंजिश में एक व्यक्ति की हत्या गला दबाकर कर दी गई। मृतक बलवंत प्रजापति चैनपुर थाना क्षेत्र के करवंदिया गांव का निवासी था। हालांकि इस मामले में समाचार लिखे जाने तक चैनपुर थाने में एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई थी। लेकिन, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं की जा रही है।

हालांकि मामले में चैनपुर थानाध्यक्ष भानू सिंह ने कहा कि अभी तक इस घटना से संबंधित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। मृतक की पत्नी को थाना पर बुलाया गया है। आवेदन मिलने पर मामले की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पूछने पर उन्होंने कहा कि हत्या के कारणों के बारे में अपने स्तर से जांच की जा रही है। लेकिन, उसकी मौत कैसे हुई इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। हत्या के कारणों के बारे में पुलिस पता कर रही है। लेकिन, एफआईआर जरूरी है।

मृतक की पत्नी गीता देवी ने कहा कि शुक्रवार की शाम चुनाव संपन्न होने के बाद करीब 4:00 बजे खरिगावां दलित बस्ती के लोगों के बुलाने पर उसका पति उनके साथ में गया था। इसके बाद रात में करीब 9:00 बजे 7-8 लोग उसके पति को लेकर आए और घर के बाहर वाले कमरे में लिटा कर भाग गए। उसने बताया कि जिस वक्त उक्त लोग उसके पति को कमरे में लिटाया, उस समय वहां उसका 15 वर्षीय बेटा नीतीश कुमार मौजूद था। उसने दो लोगों की पहचान की। कमरे के बाहर निकला तो देखा कि छह-सात और लोग खड़े हैं। लेकिन, जब तक उनका बेटा मामले को समझ पाता वह लोग वहां से खिसक गए।

गले में देखे रस्सी के निशान

गीता ने बताया कि रात में वह अपने पति को जगाने के लिए कमरे में गई। आवाज लगाई। उनके शरीर को हिलाया-डुलाया। लेकिन, उनके शरीर में कोई गतिविधि नहीं हुई। वह डर गई। उसका पति कुछ बोल नहीं पा रहा था। उसे तत्काल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसके स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उसने बताया कि वह और उसके बेटा-बेटियों ने बलवंत के गले में रस्सी के निशान देखा है।

पैसे का लेनदेन तो नहीं बना कारण

गीता ने बताया कि दलित बस्ती के कुछ लोग वोटिंग के लिए पैसे के लेनदेन के मामले में झगड़ा-झंझट किए थे। वही लोग बलवंत को अपने साथ ले गए और रात में उसे मृत अवस्था में उसके घर पहुंचा दिए। मामला चाहे जो भी हो आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एफआईआर जरूरी है, जो अभी तक नहीं हुई है। परिजनों को भी इसकी जांच में मदद करनी होगी।

बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी

गीता ने बताया कि उसके पास एक धुर जमीन भी नहीं है। उसका एक बेटा 15 वर्ष का नीतीश कुमार है, जबकि उससे छोटी 13 वर्षीया बहन ममता कुमारी, 11 वर्षीया सुमन कुमारी एवं 8 वर्षीया रानी कुमारी हैं। बलवंत की मौत के बाद बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी पत्नी के कंधे पर आ गई है। बलवंत के दो अन्य भाई भी वर्षों से अलग रह रहे हैं।

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कैप्शन- चैनपुर के करवंदिया में हत्या के बाद शव को लेकर पोस्टमार्टम कराने गुरुवार को सदर अस्पताल पहुंचे परिजन व अन्य।

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कैप्शन- हत्या की घटना के बाद करवंदिया में मृतक के घर के पास स्थित झोपड़ी में बैठीं महिलाएं।

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