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ग्रामीण सड़कों पर अतिक्रमणकारियों के कब्जा से आवागमन प्रभावित

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ग्रामीण सड़कों पर अतिक्रमणकारियों के कब्जा से आवागमन प्रभावित
हिन्दुस्तान टीम,भभुआFri, 23 Jul 2021 07:40 PM
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पेज चार की खबर

ग्रामीण सड़कों पर अतिक्रमणकारियों के कब्जा से आवागमन प्रभावित

बरडीहा गांव से रघुवीरगढ़ गांव को जोड़ने वाले पथ पर भी हैं अतिक्रमण

सीओ ने कहा किसी गांव के संपर्क पथ पर अतिक्रमण की शिकायत नही मिली हैं

चैनपुर । एक संवाददाता

स्थानीय प्रखण्ड क्षेत्र के ग्रामीण सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। यह अतिक्रमण चैनपुर प्रखंड के विभिन्न गांवो को जोड़ने वाली सड़कों पर है। लेकिन इस ओर प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान नहीं पहुंच पाता। परेशानी तब होती है जब अतिक्रमण के मामले को लेकर ग्रामीणों के बीच अंतर कलह अथवा तू तू मैं मैं की स्थिति बनती है। ऐसी परिस्थिति में स्थानीय प्रशासन हरकत में आता है और त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्थाई किए गए सड़कों के अतिक्रमण को हटवा देता है। हालांकि अंचल अभिलेख में चैनपुर प्रखंड के किसी भी ग्रामीण सड़क पर अतिक्रमण से संबंधित कोई मामला दर्ज नहीं है। हाल के दिनों में अमाव गांव से नौवा गांव को जोड़ने वाली सड़क पर रविदास मंदिर के पास आधा दर्जन ग्रामीणों ने स्थाई रूप से घर बनाकर कब्जा कर लिया है। जिसकी शिकायत अंचल कार्यालय में वहां के किसानों द्वारा की गई है। यहां अतिक्रमण कारी इतने निर्भीक हैं की सड़कों पर लगे सरकारी पेड़ को भी काट डाला। जबकि बरडीहा गांव से रघुवीर गढ़ गांव को जोड़ने वाली सड़क पर भी आंशिक रूप से अतिक्रमण किया गया है। उधर हाटा बाजार से मेढ-डीहा गांव को जोड़ने वाली सड़क के किनारे भी जगह-जगह अस्थाई तौर पर अतिक्रमण करते हुए कब्जा जमाने की कोशिश की गई है। हालांकि उपरोक्त सड़कों के किनारे किए गए अतिक्रमण के बावजूद आने जाने वाले सड़कों से लोगों का आना जाना होता है। उन्हें किसी तरह का व्यवधान व परेशानी नहीं होने के कारण इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन के पास नहीं करते। जिसके चलते अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंदी पर हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर सीओ पुरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि स्थाई तौर पर किसी गांव के संपर्क सड़क पर अतिक्रमण की शिकायत नहीं मिली है। अस्थाई तौर पर सड़कों के किनारे अतिक्रमण करने की बात जब सामने आती है तब स्थानीय प्रशासन उपरोक्त स्थानों पर पहुंचकर उसे हटवा देती है। बता दें कि ग्रामीण सड़कों पर अतिक्रमण के मामले को लेकर सरकार पूरी तरह गंभीर है। इस मामले में राज्य सरकार के मुख्य सचिव के माध्यम से कैमूर के आला अधिकारियों को सूचित कर आया है कि हर हाल में ग्रामीण सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करें।

फोटो परिचय

23-भभुआ-17-चैनपुर क्षेत्र के अमांव गांव के पास सड़क पेड़ की टहनी रखे जाने से आवागमन प्रभावित

सात वर्षो से अधूरा हैं प्रखंड परिसर में राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन

तात्कालीन जिलाधिकारी ने भवन बनाने का आधार सिला 13जुलाई 2013को रखा था।

इस भवन पर अब तक करिब 18लाख रूपये खर्च कर के 50फिसदी से अधिक कार्यर कराया गया है।

रामपुर। एक संवाददाता

स्थानय प्रखंड परिसर में सात वर्षो से अधूरा है राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवन। इस भवन को पूर्ण करने के प्रति प्रखंड स्तरिय अधिकारी और न ही विभागीय कर्मि इस ओर ध्यान दे रहे है। जिसके कारण उक्त भवन का कार्य अधूरा पडा़ है। उक्त भवन में जो कार्य भी हुआ है वह गुणवक्ता पूर्ण नहीं हुआ है। जिसका परिणाम की भवन का छज्जा झुकने लगा है वही अब वह खंंडहर भी होने लगा है। आप को बता दे कि उक्त भवन का कार्य महात्मा गांधी रा०ग्रा०रो० योजना के तहत बनाने का कार्य शुरू वर्ष 2013-014में किया गया है। जिसका आधार शिला तात्कलिन जिलाधिकारी अरविन्द कुमार सिंह द्वारा 13जुलाई वर्ष 2013में रखा । तथा पूर्ण होने की अंतिम तिथी 6अगस्त वर्ष 2014 है। जिसका प्राकलन 3218900है। आधार शिला रखने के बाद कई माह कार्य चला। जिस दौरान उक्त भवन में करिब 50फिसदी से अधिक कार्य हो गया। अब पूर्ण नहीं होने के अभाव में खंडहर होने लगा है। अगर यथा सिघ्र अधूरा उक्त भवन को पूर्ण नहीं किया गया जो राशि खर्च हुआ है वह भी बेकार हो जाएगा। जानकार सुत्रों ने बताया कि उक्त भवन में करिब 18लाख रूपये खर्च किया गया। भवन बनवाते वक्त ही गुणवक्ता को लेकर सवाल लोगों द्वारा उठाया जा रहा था। जिसका परिणाम की भवन के दरवाजा व खिडकी पर निकाले गए बराज झुक गया है। यह भवन बनवाने का उद्ेश्य है कि एक छत के निचे मनरेगा कार्यालय का संचालन किया जाएगा। जहां विभागीय कार्यो के साथ विही किसी पंचायत से कार्य से आये लोगों को भी अपने कार्यो का निष्पादन करने में सुविधा होगी। लेकिन,उक्त भवन अधूरा रहने के कारण प्रखंड परिसर के एक ट्राईसेवन भवन के एक कमरा में संचालित होता है। जहां एक ही कमरा में पदाधिकारी से लेकर कर्मी तक बैठते हैं। लोगोंंं द्वारा प्रखंड मुख्यालय पर कहते सुना जाता है कि जब दूसरे का भवन बनाने वाले का अपना ही भवन नहीं है। इससे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार अपने कर्तब्य का कितना निर्वहन करती है। मनरेगा पीओ प्रशुन कुमार ने बताया कि पहले चेक के माध्यम से राशि भुगतान होता था। अब डोगल से भुगतान होता है। भेन्डर का कुछ पैसा बकाया रह गया है। उसका डोगल से भुक्तान होने के बाद उक्त भवन बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा।

भगवानपुर चौक के सिंचाई पुल पर ठेला लगने से जाम की बढी समस्या

चौक जाम लगने से लोगो को आने जाने में हो रही परेशानी,लोग त्रस्त

भगवानपुर । एक संवाददाता

प्रखंड मुख्यालय चौक स्थित भभुआ अधौरा मुख्य सड़क के सिंचाई पुल पर ठेला पर फुटपाथ दुकानें लगने से जाम की समस्या बढ़ गई है। बताया जाता है, कि पुल के दोनों तरफ फुटपाथी दुकानदारो द्वारा प्रतिदिन दुकानें लगाने से पुल पर सड़क की चौड़ाई कम हो जा रही है। जिससे सड़क से होकर आने जाने वाले यात्री बस, मालवाहक ट्रक, हाईवा, कंटेनर आदि बड़े वाहनों को आवागमन के दौरान अक्सर जाम की समस्या हो जाती है। जिसके कारण लोगों को कहीं आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। समाजसेवियों का कहना है, कि वैसे तो सड़क के विभिन्न स्थानों पर फुटपाथ पर दुकान लगाने से अतिक्रमण बढ़ गया है। लेकिन इस सड़क के सिंचाई नहर के पुल के दोनों तरफ दुकान लगने से दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। कभी-कभी मुख्यालय चौक के इस पुल पर वाहनों के जाम लगने से प्रशासन के भी वाहनों को भी आने जाने में दिक्कत होती है। फिर भी स्थानीय प्रशासन के लोगों का ध्यान नहीं है। जिससे भगवानपुर भभुआ मुख्य सड़क के मुख्यालय चौक के नहर विभाग के सिंचाई पुल वाहनों के जाम का एक कारण बन गया है। सामाजिक कार्यकर्ता रमेंद्र कुमार सिंह व बनारसी पांडे का कहना है कि उक्त सिचाई पुल के आसपास दूसरा कोई खाली जगह भी नहीं है। जिससे होकर वाहनों का परिचालन हो सके। ऐसी स्थिति में चौक के नहर विभाग के सिंचाई पुल पर ठेला की दुकान लगाने पर प्रशासन द्वारा पूर्ण प्रतिबंध होना चाहिए। जिससे लोगों को वाहनों के जाम व किसी संभावित सड़क हादसा से छुटकारा मिल सके।

फोटो परिचय

23-भभुआ-15-प्रखंड मुख्यालय चौक स्थित नहर विभाग के सिंचाई पुल पर लगी दुकानें

सर्पदंश से बालक की तबियत बिगड़ी

भगवानपुर । थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव के निवासी बब्बन चौधरी के पुत्र को जंगली खेत पर रहने के दौरान सांप ने डंस लिया। जिससे उसकी तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में परिजनों ने उसे यूपी के अमवा के सती माई के पास झाड़-फूंक करने के लिए गुरुवार की रात ले गए। ए.स.

सावन आने से पहले ही बढ़ी भगवान शिव की भक्ति

भगवानपुर । सावन का पवित्र महिना शुरू होने से पूर्व भगवान शिव की लोगों में भक्ति की भावना बढ़ने लगी है। जिससे लोग कोरोना काल में अपने अपने घरों में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने की तैयारी में जुट गए हैं। कोई महारुद्राभिषेक पूजा कराने तो कोई गांव के प्राचीन शिवालयों में जलाभिषेक करने के लिए मन बना रहे हैं। वही कुछ भक्त शिवालयों में अखंड मानस पाठ का आयोजन तो कहीं हरिकीर्तन का कार्यक्रम भी बना रहे हैं। हालांकि कोरोना के कारण सरकार के निर्देश पर लोगों के दर्शन पूजन के लिए मुंडेश्वरी का प्राचीन मंदिर पूर्णत: बंद कर दिया गया है। जिससे अब तक इस मुंडेश्वरी मंदिर में दर्शन पूजन नहीं हो रहा है। परन्तु परम्परा के अनुसार विभिन्न गांवों के शिवालयों में सावन के अवसर पर पूजा अर्चना की शिवभक्तों में जागरूकता अभी से नजर आ रहा है। ए.स.

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