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आज शाम से चक्रवाती तूफान यास का दिखेगा असर (पटना का टास्क/पेज पांच की लीड)

हिन्दुस्तान पड़ताल, आपदा प्रबंधन विभाग ने अंचालाधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने की जारी की गाइडलाइन आपदा प्रबंधन विभाग ने अंचालाधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने की जारी की...

आज शाम से चक्रवाती तूफान यास का दिखेगा असर (पटना का टास्क/पेज पांच की लीड)
हिन्दुस्तान टीम,भभुआMon, 24 May 2021 08:10 PM
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हिन्दुस्तान पड़ताल

रेल सेवाऐं तो बंद, लेकिन बस सेवाओं को बंद करने का अभी तक नहीं जारी हुआ दिशा-निर्देश

आपदा प्रबंधन विभाग ने अंचालाधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने की जारी की गाइडलाइन

मैदानी इलाकों में काफी तेज हवा के साथ भारी बारिश व वज्रपात की दिख रही आशंका

ग्राफिक्स

90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान

28 मई तक यास तूफान के असर की जताई जा रही संभावना

मोहनियां। एक संवाददाता

चक्रवाती तूफान ‘यास का असर मंगलवार की शाम तक दिखने के आसार हैं। एहतियातन रेलवे ने ट्रेन सेवाएं तो बंद कर दी हैं, लेकिन बस सेवाओं को बंद करने के लिए अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं दिये गये हैं, जबकि काफी तेज हवाओं के बीच भारी बारिश व वज्रपात की संभावना जतायी जा रही है। आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार की शाम सभी अंचलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ाने की गाइडलाइन जारी की है।

गौरतलब है कि अभी तीन दिन पूर्व ताउते चक्रवात का हल्का असर कैमूर में देखने को मिला था, जिसमें काफी बारिश हुई थी। अब उससे कई गुना अधिक खतरनाक तूफान यास मंगलवार की शाम से बिहार में प्रवेश करेगा तो कितनी क्षति होगी, इसका आकलन करना मुश्किल है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी व जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रभात कुमार झा ने बताया कि कैमूर को लेकर कोई विशेष गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। सोमवार की शाम एक ई-मेल आया है, जिसको लेकर सभी अंचलाधिकारियों को सतर्क रहने का दिशा-निर्देश दिया गया है।

ठप हो सकती हैं बिजली सेवाएं

मोहनियां। चक्रवाती तूफान यास के आने से कैमूर में बिजली सेवाएं ठप हो सकती हैं। इस तूफान में हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने की बात बताई जा रही है। हालांकि जानकारों का कहना है कि यास तूफान का प्रभाव कैमूर में कम रहेगा। फिर भी काफी तेज हवाएं, भारी बारिश व वज्रपात की बात को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया है। चक्रवाती तूफान में बिजली के पोल और खंभे के गिरने से बिजली के आधारभूत संरचना पर काफी प्रतिकूल असर पड़ेगा।

11 साल पहले तेज हवा में उड़ गई थी मिनी बस

मोहनियां। चक्रवाती तूफान यास को लेकर बसों के परिचालन बंद नहीं होने से लोगों में दहशत है। किसी बड़े हादसे के डर से लोग बस सेवाओं को भी बंद करने की गुहार लगा रहे हैं। बताया जाता है सात मई 2010 को आयी तेज हवा में एक मिनी बस उड़ गई थी, जिसकी चपेट में आकर खलासी की मौत हो गई थी। तब यह हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-30 पर पटना मोड़ के पास आरओबी पर खड़ी एक मिनी बस के साथ हुआ था। यात्रियों से भरी मिनी बस से यात्री तो उतर गये थे, लेकिन खलासी उसी में बैठा था।

40 फीट खाईं में गिरने से खलासी की हुई थी मौत

बस हवा के दबाव से करीब 40 फीट नीचे चाट में गिर गई, जिसमें दबकर खलासी की मौत हो गई थी। बावजूद इसके बस सेवाएं बंद करने के लिए अभी तक कोई संदेश जारी नहीं किया गया है। इस संबंध में पूछने पर जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू ने बताया कि उन्हें बस सेवाएं बंद करने के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है। आपदा प्रबंधन के प्रभारी पीके झा ने भी कहा कि इस तरह का कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है। बहरहाल चक्रवाती तूफान के बीच रेल सेवाएं तो बंद हो गई हैं, लेकिन बस सेवाओं के जारी रखने से खतरे की आशंका बताई जा रही है।

बिजली बोर्ड ने जारी किया हाई अलर्ट

मोहनियां। चक्रवाती तूफान यास को लेकर बिजली बोर्ड ने हाई अलर्ट जारी किया है। अपनी आधारभूत संरचना को दुरूस्त रखने के साथ-साथ तूफान से संभावित क्षति को रिस्टोर करने के लिये मैन पॉवर बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। कार्यपालक अभियंता शिवशंकर प्रसाद ने बताया कि तूफान से कितनी क्षति होगी, इसका पूर्वानुमान तो नहीं लगाया जा सकता, फिर भी जो क्षति होगी उसको रिस्टोर करने के लिये हमलोगों ने संवेदकों के साथ-साथ कन्सट्रक्शन कम्पनियों को भी अलर्ट मोड में रखे हुए हैं। बिजली बोर्ड में मैन पॉवर को बढ़ाया गया है। तूफान से जो क्षति होगी उसको लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है।

चक्रवाती तूफान यास में उड़ सकती हैं गरीबों की छत

मोहनियां। चक्रवाती तूफान यास का जो आंकलन किया जा रहा है, उसमें गरीबों की छत उड़ सकती हैं। झोपड़पट्टी में रहने वाले दबे-कुचले लोगों का आशियाना बिखर सकता है। यदि चक्रवाती तूफान की गति नब्बे किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, तो ऐसे आशियाने उड़ जायेंगे। भारी बारिश से कच्चे मकानों के ढहने की भी संवावना व्यक्त की जा रही है। अब देखना है कि आपदा प्रबंधन विभाग चक्रवाती तूफान के बाद किस तरह का कदम उठाता है। बहरहाल तूफान को लेकर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में लोग सावधान हो गये हैं।

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कैप्शन- मोहनियां शहर में अंतरप्रांतीय बस स्टैंड परिसर में सोमवार को खड़ी यात्री बसें।

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कैप्शन- कुदरा प्रखंड के पॉवरग्रिड पुसौली में खड़े बिजली के टॉवर।

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