जांच के बाद भी योजनाओं में सुधार नहीं (पैनल)
भगवानपुर। प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में योजनाओं की अफसरों द्वारा हर सप्ताह जांच करने के बाद भी योजनाओं में सुधार नहीं हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल रहा है। रुबन मिशन की...

भगवानपुर। प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में योजनाओं की अफसरों द्वारा हर सप्ताह जांच करने के बाद भी योजनाओं में सुधार नहीं हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल रहा है। रुबन मिशन की योजना, नल-जल योजना, गली-नाली योजना, मनरेगा, आवास आदि की जांच की जाती है। जांच के दौरान योजनाओं में त्रुटि मिलने पर उसमें सुधार का निर्देश अफसरों द्वारा दिया जाता है। लेकिन, संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मियों द्वारा पहल नहीं की जा रही है।
धान की फसल में उखड़ा रोग लगने से किसान चिंतित
भगवानपुर। प्रखंड के गई गांवों के बधार में लगी धान की फसल में उखड़ा रोग लग गया है। किसान इस रोग से निजात पाने के लिए दवा का छिड़काव कर रहे हैं, लेकिन कोई खास लाभ नहीं मिल रहा है। किसानों का कहना है कि इससे फसल की उपज में कर्मी आएगी, जिससे खाद, बीज, मजदूरी, सिंचाई आदि खर्च किए गए रुपए भी निकल पाएंगे या नहीं यह चिंता उन्हें सता रही है।
नोटिस तामिला कराने में चौकीदार परेशानी
भगवानपुर। प्रखंड के विभिन्न गांव के एक ही ग्रामीण को भूमि मापी का नोटिस तामिला कराने में चौकीदारों को परेशानी हो रही है। थाना में मुंशी के कार्य पर पदस्थापित चौकीदार राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि मकरीखोह और चुआं में अपनी बाइक का तेल जलाकर एक ही व्यक्ति के पास भूमि मापी का बार-बार नोटिस तामील कराने जाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि चुआं के लक्ष्मी साह को तीन बार भूमि मापी का नोटिस देने गया हूं। ऐसे कई लोग हैं।
इंटीकरण नहीं कराए जाने से परिसर बदहाल
भगवानपुर। प्रखंड मुख्यालय स्थित पंचायत मनरेगा भवन के परिसर का ईंटीकरण नहीं कराया जा सका, जिससे रास्ता उबड़-खाबड़ हो गया है। बरसात के दिनों में यह परिसर कीचड़ में तब्दील हो जाता है। तब वहां तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों द्वारा इसे ईंटीकरण कराने की कई बार मांग की जा चुकी है। आमसभा व अन्य सरकारी कार्यक्रम में भाग लेने जाने में परेशानी होती है। मुखिया उपेन्द्र पांडेय ने बताया कि योजना का चयन कर ईंटीकरण कराने की पहल की जाएगी।
फोटो- 11 नवंबर भभुआ- 11
कैप्शन- प्रखंड मुख्यालय भगवानपुर स्थित पंचायत मनरेगा भवन का बदहाल परिसर।
