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विद्यालयी खेल प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे शारिरीक शिक्षक

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विद्यालयी खेल प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे शारिरीक शिक्षक
हिन्दुस्तान टीम,भभुआSun, 19 Sep 2021 05:50 PM
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विद्यालयी खेल प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे शारिरीक शिक्षक

मार्च 2020 से बंद थी विद्यालयों में छात्रों की खेल गतिविधि, स्कूल खुलने के बाद हुई शुरु

दिसंबर माह से शुरु होना है विद्यालयी खेल प्रतियोगिता, शारीरीक शिक्षक करा रहे है तैयारी

ग्राफिक्स

16 खेलों से जुड़े खिलाड़ी लेगें भाग

03 आयु वर्ग के छात्र होगें शामिल

भभुआ। एक प्रतिनिधि

जिलास्तरीय विद्यालयी खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह से शुरु कराने का निर्देश कला संस्कृति एवं युवा विभाग शिक्षा विभाग को दिया है। जिसको लेकर जिले के मध्य विद्यालय, उच्च विद्यालय, उच्चतर विद्यालय व मान्यता प्राप्त सीबीएसई, आईसीएसई के विद्यालयों में खेल की गतिविधि शुरु हो गई है। विद्यालयी खेल प्रतियोगिता में 16 तरह के खेलों का आयोजन होना है। साथ हीं खेल में अंडर-14, अंडर-17 व अंडर-19 तीन आयुवर्ग के छात्र भाग लेगें। इसे लेकर शारीरीक शिक्षकों ने अपने विद्यालयों में तैयारी शुरु कर दी है। विद्यालयों में फुटबॉल, क्रिकेट, एथलेटिक्स, कबड्डी आदि खेल शुरु हो गए है। इसके लिए विद्यालयों में तैनात शारीरीक शिक्षक खेल रहे छात्रों की बारिकियों को देख रहे है ताकि उन्हें प्रतियोगिता में शामिल होने को लेकर तैयार किया जा सके। शारीरीक शिक्षक महावीर सिंह, गंगाधर राय आदि ने बताया कि शुरुआती दौर में कक्षा के हिसाब से छात्रों को खेल में भाग लेने के लिए बुलाया जा रहा है। लेकिन जब उनका खेल शुरु होता है तो उनके खेलने के अंदाज के बारे में जांच की जा रही है। बेहतर खेलने वाले छात्रों की एक सूची बनाई जाएगी। इसके बाद उन्हें अतिरिक्त प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा। साथ हीं जो छात्र एथलिट में भाग लेने की इच्छा रख रहे है। उन्हें विद्यालय में खेलने के बाद सुबह शाम खेल मैदान में आकर अभ्यास करने लिए भी जागरुक किया जा रहा है। ताकि डेढ़ वर्षो से बंद पड़े उनके अभ्यास को फिर से शुरु किया जाएगा। शारीरीक शिक्षकों का कहना है कि कला संस्कृति एवं युवा विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन ने एक खिलाड़ी को एक प्रतिस्पर्धा में भाग लेने की बात कही गई है। इसे लेकर जो खिलाड़ी जिस विधा में बेहतर करने का जज्बा रखता है या फिर जिसका जो खेल मजबूत दिख रहा है उसे उसी खेल पर फोक्स करने की बात बताई जा रही है।

बंद पड़े अभ्यास को पुरा करने के लिए खुब करने होगें मेहनत

कोरोना काल की वजह से स्कूल भी बंद थे और खेल की गतिविधि भी थम गई थी। विद्यालयों में जो छात्र बेहतर खेलता है उसमें भी नियमित अभ्यास नहीं होने से कमी आई है। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में लगभग दो माह समय बच गया है। इस कारण छात्रों को प्रतियोगिता की तैयारी के लिए दो माह खुब मेहनत कराना होगा। शारीरीक शिक्षकों ने बताया कि कबड्डी में छात्राओं की रुची अधिक होती थी। इसे लेकर पूर्व में टीम भी बनी थी। कबड्डी का नियमित अभ्यास भी छात्राएं खुब करती थी। लेकिन कोरोना काल की वजह से उनके अभ्यास नहीं हो पाए है। जिसकी वजह से शुरुआती दौर में कुछ दिक्कते आ रही है। लेकिन धीरे-धीरे नियमित अभ्यास करने के बाद उनके खेल में सुधार होगा और वे बेहतर कर सकेगी। शारीरीक शिक्षकों का कहना था कि खेल मैदान में आने के बाद हमलोगों के द्वारा छात्रों को खेल के प्रति जागरुक किया जाता है। लेकिन विद्यालयों में पढ़ाई के समय भी खेल को लेकर कुछ बेहतर जानकारी देने की जरुरत है। जिससे छात्र-छात्राएं खेल से अपना भविष्य बनाने की बात सोच सके।

विद्यालयों में होने वाले खेल के प्रति एचएम को लेनी होगी रुचि

कोरोना काल में बंद पड़े विद्यालय के बाद अब खुला है। स्कूल खुलने के बाद खेल की गतिविधि भी शुरु की गई है। ऐसे में डेढ़ साल से बंद पड़े खेल की गतिविधि की वजह से छात्र-छात्राओं की रूची भी कम हुई है। ऐसे में जिलास्तर पर होने वाली प्रतियोगिता को देखते हुए प्रधानाध्यापक को खेल के अतिरिक्त क्लास शुरु कराने की आवश्यकता है। अभी शहर के स्टेडियम स्थित कार्यालय में शारीरीक शिक्षकों की हुई बैठक में जिला खेल पदाधिकारी ओम प्रकाश से कई शारीरीक शिक्षकों ने विद्यालयों में खेल के प्रति प्रधानाध्यापकों की रुची कम होने की शिकायत की थी। उनका कहना था कि मार्च 2020 में विद्यालयों में खेल की गतिविधि बंद थी। अब स्कूल खुलने के बाद कला संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा खेल की गतिविधि शुरु कराने का निर्देश दिया गया है। जीवन में खेल का भी अपना महत्व है। लेकिन विद्यालयों में प्रधानाध्यापक को छात्रों को खेल की प्रैक्टिस के लिए छुट नहीं दी जाती तो उनके प्रतियोगिता के लिए आवश्यक है। इसकी शिकायत करने पर भी इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जबकि लगभग डेढ़ साल से बंद पड़े खेल की गतिविधि की वजह से छात्रों में जागरुकता लाने की आवश्यक है। वहीं शारीरीक शिक्षकों का कहना था कि विद्यालयी छात्रों के बीच एथलेटिक्स, बैडमिंटन, ताईक्वाण्डो, बॉलीबाल, खो-खो, हॉकी, फुटबॉल, कुश्ती, भारतोलन, हैण्डबॉल, कबड्डी, क्रिकेट आदि प्रतियोगिता का आयोजन कराना है। ऐसे में अगर छात्रों के खेल प्रति जागरुकता बढ़ाते हुए उचित समय दिए जाए तो बेहतर कर सकते है। साथ हीं जिला से चयनित होकर राज्य व देशस्तर पर खेलकर नाम रौशन करेगें। इससे विद्यालय के साथ-साथ जिले का भी मान बढ़ेगा।

इन खेलों में छात्र-छात्राओं का करना है चयन

जिले में होने वाले विद्यालयी खेल प्रतियोगिता के लिए मध्य विद्यालय, उच्च विद्यालय, उच्चतर विद्यालय व मान्यता प्राप्त सीबीएसई, आईसीएसई के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं का चयन करना है। छात्र-छात्राओं के चयन के लिए शारीरीक शिक्षक उपाधीक्षक ने विद्यालय में तैनात शारीरीक शिक्षकों को छात्रों की संख्या को लेकर निर्देश दिया है। उनके दिए गए निर्देश के अनुसार एथलेटिक्स के अंडर-14 में 10, अंडर-17 में 11 व अंडर-19 में 11 छात्रों व छात्राओं का चयन कराना है। साथ हीं बैडमिंटन के लिए सभी आयुवर्ग में चार-चार छात्र-छात्राओं का चयन करना है। वहीं ताईकांडों के अंडर-14 में 11, अंडर-17 में 11 व अंडर-19 में 10 छात्र-छात्राओं का चयन करना है। बॉलीबाल में सभी आयुवर्ग के छात्र-छात्राओं में 12 खिलाडियों का चयन करना है। खो-खो के अंडर-14 व अंडर-17 में 12 छात्र-छात्राओं का चयन करना है। हॉकी के अंडर-14 व अंडर-17 में 18 छात्र-छात्राओं का चयन करना है। फुटबॉल के लिए छात्रों के तीनो आयुवर्ग में 18 खेलाडियों का चयन करना है। कुश्ती के लिए छात्रों में सभी आयुवर्ग में 10 खेलाडियों का चयन करना है। भारत्तोलन के लिए अंडर-17 व अंडर-19 के लिए 10 छात्र व अंडर-17 के लिए 9 व अंडर-19 के लिए 10 छात्राओं का चयन करना है। हैंडबॉल में सभी आयुवर्ग के छात्र-छात्राओं में 12 खेलाड़ियों का चयन करना है। क्रिकेट अंडर-14 में 16 छात्र, अंडर-17 में 16 छात्र और अंडर-19 में 16 छात्रों का चयन करना है।

कोट

जिले में विद्यालयी खेल प्रतियोगिता का आयोजन दिसंबर के प्रथम सप्ताह से होना है। जिसे लेकर कई स्पर्धा के विद्यालयों में खेल शुरु कराए गए है। जिसमें छात्र-छात्राएं भाग ले रही है। कुछ विद्यालयों में समन्वय की कमी थी। जिसे दुर किया जा रहा है। जल्द हीं विद्यालयों में समन्वय बनाकर छात्रों में खेल के प्रति रुचि बढ़ाते हुए प्रतियोगिता के लिए तैयार किया जाएगा।

ओम प्रकाश, जिला खेल पदाधिकारी

फोटो-19 सितंबर भभुआ-5

कैप्शन-प्लस टू विद्यालय भगवानपुर में फुटबॉल का अभ्यास करते छात्र

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