बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किए जा रहे 46 प्राइवेट अस्पताल
कैमूर जिले में अवैध रूप से 46 प्राइवेट अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें भभुआ और मोहनियां शहर शामिल हैं। सीएस द्वारा गठित मेडिकल अफसरों की जांच में ये अस्पताल अवैध पाए गए थे, लेकिन पांच महीने बीत...

सीएस द्वारा गठित मेडिकल अफसरों की जांच में अवैध पाए जाने के बाद भी नहीं कराया रजिस्ट्रेशन अवैध अस्पतालों में बिना डिग्री वाले डाक्टर मरीजों का कर रहे गलत तरीके से इलाज ग्राफिक्स 15भभुआ शहर में हैं बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल 12 मोहनियां शहर में चल रहे अवैध प्राइवेट अस्पताल भभुआ,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। कैमूर जिले के विभिन्न प्रखण्डो में बिना रजिस्ट्रेशन के अवैध रुप से 46 प्राइवेट अस्पताल संचालित किए जा रहे है। जिसमें भभुआ शहर के विभिन्न मुहल्लो में 15प्राइवेट अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे है,जबकि 12प्राइवेट अस्पताल मोहनियां शहर में संचालित किए गए जा रहे है। वही 19अवैध प्राइवेट अस्पताल जिले के चैनपुर,चांद, भगवानपुर, अधौरा,रामपुर, कुदरा, दुर्गावती, रामगढ़ व नुआंव प्रखण्ड में संचालित किए जा रहे है। वीते पांच माह पूर्व कैमूर सीएस द्वारा गठित मेडिकल अफसरो डीआईओ डा.रविन्द्र कुमार चौधरी, डा.राज नारायण प्रसाद व डा.सत्य स्वरुप की जांच में जिले के 46प्राइवेट अस्पताल नियम विरुद्ध अवैध पाए गए। जिला स्तरीय तीन सदस्यीय मेडिकल अफसरो की जांच में जिले के विभिन्न प्रखण्डो में 46अस्पताल अवैध पाए गए। अवैध पाए जाने वाले अवैध प्राइवेट अस्पताल संचालको को अबिलम्ब सीएस कार्यालय से रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश जारी किया गया था। लेकिन पांच माह वीत जाने के बाद भी अब तक अवैध प्राइवेट अस्पतालो के संचालको द्वारा रजिस्ट्रेशन नही कराया गया। फिलहाल जिले के विभिन्न प्रखण्डो में 46से भी अधिक प्राइवेट अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के अवैध रुप से चल रहे है। अवैध प्राइवेट अस्पतालो में भोले भाले मरीज इलाज के लिए चले जाते है,लेकिन उनकी खतरे में पड़ी रहती है। कैमूर जिले में 83रजिस्टर्ड अस्पताल हैं संचालित भभुआ। कैमूर जिले के विभिन्न प्रखण्डो में फिलहाल 83रजिस्टर्ड प्राइवेट अस्पताल संचालित है। जिसमें जिला मुख्यालय के भभुआ शहर के विभिन्न वार्डो में 17प्राइवेट अस्पताल निबंधित है,जबकि मोहनियां शहर में 18प्राइवेट अस्पताल रजिस्टर्ड है। कैमूर जिले के विभिन्न प्रखण्डो में संचालित 83प्राइवेट अस्पताल के संचालक अपने रजिस्ट्रेशन सीएस कार्यालय में शुल्क जमा कर करा लिए है। जिले के रजिस्टर्ड प्राइवेट अस्पताल सरकार के नियमो का पालन करते है,जबकि अवैध अस्पताल के संचालक बेरोकटोक अस्पताल चला रहे है। हि.प्र. जहां तहां मेडिकल कचरा फेंक बीमारी फैला रहे संचालक भभुआ। जिले के विभिन्न शहरो में जहां तहां मेडिकल कचरा फेंक अवैध प्राइवेट अस्पताल के संचालक बीमारी फैला रहे हैं। जिले के भभुआ, मोहनियां, हाटा ,कुदरा व रामगढ़ शहरो में अधिकांश निजी अस्पताल के संचालक मेडिकल कचरा का निस्तारण करने का प्रबंध नही करा सके है। शहरों की गलियो ,सड़को,कुड़ेदानो पर मेडिकल कचरा फेंक रहे है। जिससे शहर के विभिन्न वार्डो में आमजनो का स्वास्थ्य खराब होने का खतरा बना रहता है। मेडिकल कचरा से दुर्गध भी निकलता हैं। हि.प्र. कोट मेडिकल टीम के अफसरो की जांच में अवैध पाए जाने वाले जिले के विभिन्न प्रखण्डो के प्राइवेट अस्पताल संचालको द्वारा अगर अपना रजिस्ट्रेशन नही कराया जा रहा हैं तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। डा.शान्ति कुमार मांझी,प्रभारी ,सीएस,कैमूर फोटो परिचय 29-भभुआ-02-शहर के पूरब बाइपास सड़क से नहर के सटे संचालित किए जा रहे अवैध प्राइवेट अस्पताल
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