पांच अगस्त तक प्रवासी मजदूरों को दें रोजगार: डीएम
तीन दिनों में कारीगर मजदूरों के समूह का गठन करने का दिया निर्देश, सभी बीडीओ व विभिन्न विभागों के साथ बैठक कर सौंपी गई...

तीन दिनों में कारीगर मजदूरों के समूह का गठन करने का दिया निर्देश
सभी बीडीओ व विभिन्न विभागों के साथ बैठक कर सौंपी गई जिम्मेदारी
भभुआ। हिन्दुस्तान संवाददाता
कोरोना काल में विभिन्न राज्यों से घर लौटे प्रवासी मजदूरों को जिला स्तर पर रोजगार मुहैया कराने के लिए कैमूर प्रशासन लगातार प्रयासरत है। डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट के सभागार भवन में जिले के सभी बीडीओ, उद्योग विभाग के जिला प्रबंधक, जिला नियोजन पदाधिकारी एवं जीविका के डीपीएम के साथ बैठक कर प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए विचार-विमर्श किया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रवासी मजदूरों का एक अलग समूह बनाया जाएगा। राज मिस्त्री, फेरी लगाकर कपड़ा बेचने, लोहा का गेट बनाने, लकड़ी की खिड़की व दरवाजा बनाने आदि का काम करने वालों का अलग-अलग समूह बनाया जाएगा।
डीएम ने अफसरों को तीन से चार दिन के अंदर समूह का गठन हरहाल में करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त तक प्रवासी मजदूरों को हरहाल में रोजगार मुहैया करानी है, ताकि बाहर से आए हुए प्रवासी मजदूर स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार स्थापित कर अपने एवं परिवार के सदस्यों के लिए दो जून की रोटी एवं जीविकोर्पाजन का प्रबंध कर सकें। डीएम ने अफसरों से कहा कि कोरोना काल में विभिन्न राज्यों से अपने गांव लौटे हुए मजदूरों को जिला स्तर पर रोजगार मुहैया कराना सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है।
उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों का पलायन रोकना है। अगर उन्हें हम जिला में ही शीघ्र रोजगार मुहैया करा देंगे तो वह दूसरे शहरों में नहीं जाएंगे। इसलिए सभी पदाधिकारी अपने जिम्मेदारी का निर्वहन करें। इस दौरान डीएम ने सरकार द्वारा संचालित गरीब कल्याण रोजगार योजना की समीक्षा भी की। बैठक में डीडीसी कृष्णा प्रसाद गुप्ता, डीआरडीए निदेशक अजय कुमार तिवारी एवं जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
फोटो-23 जुलाई भभुआ- 1
कैप्शन- कलेक्ट्रेट स्थित सभागार भवन में गुरुवार को प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए बीडीओ व विभिन्न विभाग के अफसरों के साथ बैठक करते डीएम।
