किसानों ने 93 मौजा की अधिग्रहित भूमि के अवार्ड की जलाई प्रति
भभुआ में किसानों ने उचित मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन किया। 93 मौजा में 2000 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है, लेकिन किसानों को बाजार मूल्य से बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। किसान 203 दिन से...

उचित मुआवजा मिलने तक एक्सप्रेस-वे निर्माण नहीं होने देने का लिया संकल्प जिले के पांच प्रखंडों के हजारों किसानों की दो हजार एकड़ भूमि हुई अधिग्रहित भभुआ,हिन्दुस्तान संवाददाता। एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि के उचित मुआवजा की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने सरकार से आरपार की लड़ाई के मूड में हैं। रविवार को किसानों ने 93 मौजा में एक दिन, एक समय और एक साथ भारत माला परियोजना बनारस रांची टू कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि के अवार्ड की प्रति जलाई। अपने गांव के सामने धरना देकर किसान मजदूर एकता जिंदाबाद, जय जवान जय उचित मुआवजा नहीं तो एक्सप्रेस-वे नहीं जैसे नारे लगा रहे थे। किसानों ने कहा कि एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए कैमूर जिले में चांद, चैनपुर ,भगवानपुर, भभुआ एवं रामपुर प्रखंड के 93 मौजा के हजारों किसानों की 2000 एकड़ से अधिक भूमि अधिग्रहण की गई है। उन्हें बाजार मूल्य से बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। इसे लेकर किसानों ने एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य के लिए अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी के सामने 203 दिन से लगातार अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं। किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर के अध्यक्ष बिमलेश पाण्डेय, महासचिव पशुपति नाथ सिंह व सचिव अनिल सिंह एवं भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह ने धरना का नेतृत्व किया। फोटो-29 दिसम्बर भभुआ-10 कैप्शन-जिले के रामपुर प्रखण्ड के अकोढ़ी मौजा में एक्सप्रेसवे निर्माण स्थल पर किसानो द्वारा जलायी जा रही भूमि अधिग्रहण की अवार्ड की प्रति
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