युवाओं ने पीड़िता की मौत के बाद जबरन दाह-संस्कार की निंदा की
कहा, अब दुष्कर्म की घटना पर क्यों नहीं भेजी जा रही हैं चूड़ियां
भभुआ। कार्यालय संवाददाता
दुष्कर्म पीड़िता की हुई मनीषा की मौत के आरोपितों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर शहर के पटेल चौक से एकता चौक तक युवाओं ने कैंडल मार्च किया। इसमें शामिल लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. आंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रवक्ता जमील खान ने कहा कि जिस बेटी को उसकी मर्जी के खिलाफ दरिंदों ने नोच डाला उसके पीड़ित परिजन की मर्जी के खिलाफ शव का दाह-संस्कार कर दिया। यूपी की योगी सरकार में ऐसा ही चल रहा है।
उन्होंने कहा कि निर्भया कांड पर मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजने वाली केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी हथरस जैसे दिल दहला देने वाले कांड पे चुप हैं। क्या सिर्फ इसलिए कि उस समय विपक्ष में थीं और आज सरकार में हैं। क्या सरकार के लिए बेटियों की सुरक्षा कोई मायने नहीं रखता है। रोज-रोज बिल पास करने वाली सरकार बेटियों के बचाव में कोई ऐसा बिल पास क्यों नहीं करती?
कैंडल मार्च में आंनद कुमार दिनकर, आरके भारती, शिवपरसन राम, साहिल वकार, एजाज अंसारी, आमीर अंसारी, भानू जी, विजय कुमार रावत, शब्बीर आलम, बाबू खान, अमरजीत पासवान, सोनू खान, पीयूष कुमार, रोहित रावत, अजय रावत, अमित कुमार, आलोक कुमार, आकाश आदि थे।
फोटो 30 सितंबर भभुआ- 13
कैप्शन- दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद आरोपितों को फांसी की सजा देने की मांग को ले बुधवार की शाम में भभुआ में कैंडल मार्च में शामिल युवा।