ऑपरेटर अधिकतर बसों में अंकित नहीं करा सके हैं किराया
कैमूर जिले की बसों पर निर्धारित किराया अंकित नहीं किया गया है, जिससे यात्रियों से अधिक किराया वसूले जाने की शिकायतें बढ़ रही हैं। परिवहन विभाग ने 2021 में किराया निर्धारित किया था, लेकिन अधिकांश बसों...

विभाग के निर्देश पर बसों के दरवाजे पर अंकित कराया गया था किराया समय के साथ धीरे-धीरे मिटता गया अंकित किराया और बढ़ते गया भाड़ा वर्ष 2021 में लागू प्रति किमी. बस किराया बस किराया साधारण बस सेवा 90 पैसा एक्सप्रेस बस सेवा 95 पैसा सेमी डीलक्स बस सेवा 114 पैसा डीलक्स बस सेवा 136 पैसा डीलक्स वातानुकूल 150 पैसा वोल्बों एवं लग्जीरियस 200 पैसा (पेज चार की बॉटम खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान संवाददाता। कैमूर जिले की विभिन्न सड़कों पर दौड़ लगा रही अधिकतर बसों पर ऑपरेटर किराया अंकित नहीं किए हैं। ऐसे में ऑपरेटर द्वारा अधिक किराया वसूले जाने की शिकायते आए दिन यात्रियों से सुनने को मिल रही है।
किराया को लेकर यात्रियों व कंडक्टर के बीच अक्सर बहस व तूतू-मैंमैं की सूचना मिलती रहती है। परिवहन विभाग ने वर्ष 2021 में बस किराया निर्धारित कर उसे बसों के दरवाजे पर अंकित करने का निर्देश बस ऑपरेटरों को दिया है। सूत्रों की माने तो परिवहन विभाग द्वारा जारी निर्देश का अनुपालन पूरी तरह नहीं किया जा रहा है। हालांकि कुछ बसों के दरवाजे के पास किराया अंकित है। कुछ बसों का अंकित किराया धूमिल हो गया है और कुछ का मिट गया है। विभागीय निर्देश का अनुपालन कराने की दिशा में विभागीय अफसरों द्वारा विशेष अभियान नहीं चलाया जा रहा है। यही कारण है कि बस संचालक यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं और भाड़ा को लेकर यात्रियों व कंडक्टर के बीच हुज्जत हो रहा है। विभागीय सूत्रों की माने तो परिवहन विभाग ने मार्च 2021 में बस किराया निर्धारित कर उसे बसों के दरवाजे पर अंकित करने का निर्देश बस ऑपरेटरों को दिया था। अधिकतर बस संचालकों ने विभाग के इस निर्देश का पालन करते हुए बसों के दरवाजे पर किराया अंकित कराया था। लेकिन, समय के साथ अंकित किराया धीरे-धीरे मिटता गया और ऑपरेटर बस भाड़ा बढ़ाते गए। अखलासपुर बस पड़ाव में सोमवार को मिले यात्रियों अनिल सिंह, सत्येन्द्र बिंद व सरोज प्रजापति ने बताया कि सूची के अनुसार, सासाराम से भभुआ का किराया 57 रुपया है। लेकिन, बस कंडक्टर ने 70 रुपए की टिकट काट रहे हैं। भभुआ से मोहनियां का किराया 13 रुपया होना चाहिए। लेकिन, 20 रुपया लिया जा रहा है। इधर, बसों पर किराए की सूची नहीं लगाए जाने व अधिक किराया वसूले जाने के सवाल पर जब जिला परिवहन पदाधिकारी को शाम 4:12 बजे फोन किया गया तो उन्होंने रिसीव नहीं किया। सड़कों पर हो आकस्मिक जांच भभुआ। यात्रियों सुदा प्रसाद व राजेश सिंह ने कहा कि जब स्टैंड से बस रवाना हो जाए, तब परिवहन विभाग के अधिकारी सड़कों व आउटर में आकस्मिक जांच करें। यात्रियों से पूछें कि कहां से कहां तक के लिए उनके द्वारा कितना किराया भुगतान किया गया है। तब यह पता चल जाएगा कि विभाग की ओर से निर्धारित किराया से कितना ज्यादा वसूला जा रहा है। अधिक किराया लेने से बसों में झंझट हो जा रहा है। नियमों का नहीं हो रहा पालन भभुआ। बसों में परिवहन नियमों का पालन नहीं हो रहा है। जानकार बताते हैं कि कुछ बसों में इमरजेंसी गेट, अग्निशमन यंत्र, फर्स्ट एड बॉक्स नहीं है। क्षमता से अधिक यात्रियों को ढोया जा रहा है। बसों में सीट के अलावा खड़े होकर भी यात्री यात्रा कर रहे हैं। बसों में किराया सूची अंकित करने की बात की अनदेखी की जा रही है। कोट निर्धारित किराया के अनुसार भाड़ा लिया जा रहा है। किराया दर पुरानी है, पर डीजल के दामों में वृद्धि हो रही है। बस मालिक चाहते हैं कि बस भाड़ा कम हो। वशिष्ठ सिंह, अध्यक्ष, जिला बस परिवहन संघ फोटो-08 सितंबर भभुआ- 4 कैप्शन- भभुआ के अखलासपुर पड़ाव में सोमवार को बिना किराया अंकित के दिखती बसें।
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