अगले वर्ष तैयार हो जाएगा अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास भवन
बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय चैनपुर प्रखंड के नौघरा में बन रहा है। इसमें कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों को रहने, खाने और पढ़ने की सुविधा मिलेगी। विद्यालय का निर्माण अगले वर्ष पूरा होगा और...

बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय में कक्षा एक से 12वीं तक के छात्रों को मिलेगी रहने, खाने एवं पढ़ने की सुविधा चैनपुर प्रखंड के नौघरा में बन रहा है बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय छात्र नामांकन के लिए करेंगे ऑनलाइन आवेदन, 58 करोड़ रुपए हो रहे हैं खर्च (युवा पेज की लीड खबर) भभुआ, एक प्रतिनिधि। चैनपुर प्रखंड के नौघरा गांव में बन रहे बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के भवन का निर्माण अगले वर्ष पूरा हो जाएगा। यह आवासीय विद्यालय 3.2 एकड़ भूमि पर बन रहा है। आवासीय विद्यालय के निर्माण के लिए राज्य सरकार की ओर से 58 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसमें अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने की मुफ्त सुविधा उपलब्ध होगी। जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, यह विद्यालय नवोदय विद्यालय की तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसमें छात्र-छात्राओं को रहने, खाने से लेकर सभी खेल आदि गतिविधि एवं पठन-पाठन की सुविधा मिलेगी। हालांकि यह विद्यालय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से संचालित होगा। अधिकारियों ने बताया कि राज्य के दो जिले में यह विद्यालय बनकर तैयार हो गया है और नामांकन कार्य प्रारंभ हो गया है। लेकिन, कैमूर जिले में यह विद्यालय 2026 तक तैयार होगा और विद्यालय तैयार होने के बाद छात्र-छात्राओं का नामांकन कराया जाएगा। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जिले में बना रहे बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय में राज्य के किसी भी जिले के छात्र-छात्राएं नामांकन के लिए अपना आवेदन करेंगे और नामांकन की मिली नियमावली के तहत उनका दाखिला लेकर उन्हें पढ़ाया जाएगा। विद्यालय में कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई होगी। सरकार की ओर से अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के निर्माण का मुख्य उद्देश्य है कि अल्पसंख्यक समाज के लोगों को शिक्षा के माध्यम से मुख्य धारा से जोड़ा जा सके और जो छात्र-छात्राएं पढ़ाई में रुचि रखते हैं, उन्हें किसी तरह की आर्थिक स्थिति का सामना न करना पड़े। 560 बेड का बनेगा आवासीय विद्यालय कैमूर जिले में बनने वाला आवासीय विद्यालय 560 बेड का बनेगा, जिसमें 560 छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा। जिन छात्रों का नामांकन किया जाएगा, उनकी पढ़ाई के साथ-साथ आवासीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस विद्यालय में वैसे किसी भी छात्र-छात्राओं की पढ़ाई नहीं होगी, जो आवासीय सुविधा का लाभ न ले सकें। जिन छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा, उन्हें विद्यालय में रहकर पढ़ाई करनी होगी। आवासन एवं शैक्षणिक गतिविधि के लिए बनेंगे 6 ब्लॉक राज्य के अल्पसंख्यक समाज की छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन के लिए एवं आवासीय सुविधा के लिए 6 ब्लॉक का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें छात्र-छात्राओं को अलग-अलग ब्लॉक में रहने की व्यवस्था की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से सब की शिक्षा अनिवार्य की गई है। इसके तर्ज पर पूर्व में भी विद्यालयों में पोषक क्षेत्र के छात्र-छात्राओं का नामांकन कराया जा रहा है। इसके बावजूद कुछ छात्र की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होने से वह पढ़ाई छोड़ देते थे। ऐसे में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के संचालित होने से राज्य के अल्पसंख्यक समाज के लोगों को बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था मिलेगी और वह अपनी पढ़ाई अनवरत जारी रख सकेंगे। कोट सरकार की ओर से नौघरा में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें कक्षा एक से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई होगी। विद्यालय के छात्रों को आवासन, भोजन, शिक्षा, खेलकूद आदि की सुविधा मिलेगी। यह विद्यालय 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। राकेश कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी फोटो 8 मार्च भभुआ- 14 कैप्शन- जिले के नौघरा बन रहे आवासीय विद्यालय का निरीक्षण करते जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी एवं अन्य।
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