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रात में बिजली तो सुबह पेयजल संकट गहराया

खाते समय ही रात में गुल हो गई बिजली, लोगों को मध्य रात्रि के बाद बिजली काटने की थी उम्मीद, दुर्गा प्रतिमा को शहर में भ्रमण को ले काटी गई थी बिजली, सड़क पर भीड़ बढ़ते ही बाधित हुई...

रात में बिजली तो सुबह पेयजल संकट गहराया
हिन्दुस्तान टीम,भभुआSun, 21 Oct 2018 07:20 PM
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खाते समय ही रात में गुल हो गई बिजली, लोगों को मध्य रात्रि के बाद बिजली काटने की थी उम्मीद

दुर्गा प्रतिमा को शहर में भ्रमण को ले काटी गई थी बिजली, सड़क पर भीड़ बढ़ते ही बाधित हुई आपूर्ति

10.30 बजे कटी थी शहर की बिजली

09.15 बजे बिजली आपूर्ति हुई बहाल

भभुआ। एक प्रतिनिधि

दशहरा की दूसरी रात शनिवार को शहर में मां दुर्गा प्रतिमा का भ्रमण कराया जाता है। शहर के सभी पंडालों में स्थापित की गई प्रतिमा अपने स्थान से अखलासपुर रोड स्थित देवी मंदिर तक जाती है। इस दौरान शहर में मां दुर्गा के अंतिम दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा होती है। प्रतिमा का भ्रमण जुलूस का शक्ल ले लेता है। इस दौरान किसी तरह की घटना न हो इसको लेकर बिजली बोर्ड ने शहर के विद्युत आपूर्ति बंद कर दिया। हालांकि यह जरूरी था। लेकिन, इस दौरान शहरवासी बिना बिजली रात काटे और सुबह में जल संकट से जूझे।

शहरवासियों को उम्मीद थी कि विद्युत बोर्ड मध्य रात्रि के बाद बिजली आपूर्ति बंद करेगा। उससे पहले वे टंकियों में मोटर से पानी भर लेंगे। लेकिन, रात में करीब 10.30 बजे बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। अगले दिन रविवार की सुबह करीब 9.15 बजे बिजली आपूर्ति शुरू हुई। इस बीच लोग पानी-बिजली की समस्या से जूझते रहे। हालांकि शहर के कुछ लोगों का कहना था कि रात 10 बजे के बाद आमजन जुलूस देखने के लिए सड़क पर निकलने लगे थे।

शहर के लोगों की पीड़ा

शहरवासियों योगेन्द्र सिंह, रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि विद्युत बोर्ड को यह जानकारी दी जानी चाहिए थी कि शहर में बिजली आपूर्ति कब से बाधित होगी। ऐसी सूचना पर लोग टंकियों में पानी भर लेते, जिससे उन्हें परेशानी नहीं होती। जुलूस के दौरान बिजली बाधित रहती है इसकी जानकारी सभी को है। लेकिन, कितने बजे से बिजली आपूर्ति बंद होगी इसकी जानकारी नहीं रहती है। इससे उपभोक्ताओं की दिनचर्या प्रभावित होती है।

सुबह होते ही दिखा जल संकट

मां दुर्गा प्रतिमा के जुलूस के बाद जब लोग घर पहुंचे तो उनके घरों में लगी टंकी में पानी नहीं था। इससे उन्हें परेशानी हुई। घरेलु कार्य भी समय पर नहीं हुए। सुबह का नाश्ता चापाकल के पानी से तैयार करना पड़ा। बाथरूम में भी पानी की कमी रही। जल संकट झेल रहे लोग विद्युत बोर्ड को कोस रहे थे। उन्हें पड़ोसियों के घर या फिर सार्वजनिक स्थलों से पानी लाना पड़ा।

कोट

शहर में मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ निकली शोभायात्रा में लोगों की उमड़ी भीड़ को किसी तरह का खतरा उत्पन्न न हो सके, इसलिए जिला प्रशासन के निर्देश पर जुलूस के दौरान शहर की बिजली आपूर्ति बंद की गई थी।

शिवशंकर प्रसाद, ईई, विद्युत बोर्ड

फोटो- 21 अक्टूबर भभुआ- 2

कैप्शन- रविवार की सुबह बिजली संकट के कारण शहर के वार्ड 14 में स्थित सामुदायिक भवन के पास चापाकल से पानी लेते लोग।

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