मनोज तिवारी के विरोध का पहले से बनाया था प्लान
बोले आरक्षण विरोधी युवक, विधेयक पास करने का सांसद ने मेज थपथपाकर किया था समर्थन, पहले मनोज तिवारी के आने की झूठी घोषणा कर आरक्षण विरोधी युवकों को किया...
बोले आरक्षण विरोधी युवक, विधेयक पास करने का सांसद ने मेज थपथपाकर किया था समर्थन
पहले मनोज तिवारी के आने की झूठी घोषणा कर आरक्षण विरोधी युवकों को किया दिग्भ्रमित
भभुआ। हिन्दुस्तान संवाददाता
आरक्षण विरोधी सवर्ण समाज के युवाओं ने दिल्ली के सांसद सह अभिनेता मनोज तिवारी का विरोध करने का पहले से ही प्लान बनाया था। सवर्ण समाज के कुछ लोग वाट्सएप व मोबाइल फोन के माध्यम से युवकों से बात कर सांसद का घेराव व विरोध करने की रणनीति तैयार की थी। रविवार को कार्यक्रम से पूर्व युवा शहर के एक स्थान पर इकट्ठा हुए। मनोज तिवारी के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पार्टी द्वारा निर्धारित समय से करीब 20 मिनट पूर्व सर्वण समाज के युवा अलग-अलग टोली बनाकर सभा स्थल पर पहुंचे और वहां लगी कुर्सी पर बैठ गए।
विरोध करनेवाले युवकों का कहना था कि भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने मनोज तिवारी के सभा स्थल पर आने की झूठी घोषणा कर उन्हें दिग्भ्रमित करने का पूरी कोशिश की गई। एक साथ जब पांच-सात की संख्या में वीआईपी लग्जरी गाड़ी सभा स्थल पर पहुंची तो सवर्ण समाज के युवा यह समझे कि मनोज तिवारी आ गए और वे मंच के पास पहुंचकर काला झंडा दिखाते हुए नारेबाजी करने लगे। बाद में उन्हें जब यह पता चला कि इस गाड़ी में मनोज तिवारी नहीं हैं तो उनका विरोध का स्वर धीरे-धीरे कम होने लगा। फिर वे नगरपालिका गेट पर पहुंचकर उनके वाहन को घेरकर उनका विरोध जताने लगे।
भाजुमो के शंखनाद सम्मेलन में मनोज तिवारी का विरोध कर कर रहे युवाओं का कहना था कि जब सदन में आरक्षण का विधेयक पास हो रहा था तब सांसद ने मेज थपथपाकर समर्थन किया था। उनका कहना था कि मनोज तिवारी भी सवर्ण समाज के ही हैं। आरक्षण का खमियाजा उन्हें एवं उनके बच्चों को भी झेलना पड़ेगा। मनोज तिवारी को सवर्ण समाज की वकालत करते हुए सदन में पारित किए जा रहे आरक्षण विधेयक का जोरदार विरोध करना चाहिए था। लेकिन, ऐसा करने के बजाय उसका समर्थन किया।