जल संरक्षण की दिशा में पहल करें किसान
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एसोसिएट प्राध्यापक ने सीखाए कई गुर, मौसम व तना आधारित खेती कर उपज बढ़ाने की दी गई...
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एसोसिएट प्राध्यापक ने सीखाए कई गुर
मौसम व तना आधारित खेती कर उपज बढ़ाने की दी गई जानकारी
चैनपुर। एक संवाददाता
प्रखंड के करजाव में किसानों की कार्यशाला आयोजित हुई, जिसमें हो रहे जलवायु परिवर्तन में जल संरक्षण करने, किसानों की आय दोगुनी करने, आधुनिक तरीके से खेती करने, मिट्टी की जांच कराकर आनेवाली रिपोर्ट के आधार पर खेती करने, भूमि का उर्वरा बनाने, मौसम आधारित खेती करने जैसे कई मुद्दों पर कृषकों को पृथ्वी वैज्ञानिक, कृषि वैज्ञानिकों ने जानकारी दी। किसान भी उनकी बातों पर अमल करने के लिए उन्हें ध्यान से सुन रहे थे। उद्घाटन पुलिस अधिकारी रवि रंजन ने किया।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एसोसिएट प्रो. प्रधान पार्थ सारथी ने किसानो को जल संरक्षण की दिशा में पहल करने की अपील की, ताकि उनका भविष्य स्वर्णिम बन सके। उनका कहना था कि मौसम को देखते हुए जल संरक्षण की दिशा में पहल किया जाना जरूरी हो गया है। किसान बरसात के पानी को जमा नहीं करते हैं। इस कारण वह नाला व नदियों में बह जाता है, जिससे इसकी उपयोगिता अस्थाई होकर रह जाती है। यही कारण है कि हमलोग जलस्तर को सुधारने की दिशा में नकाम हो जाते हंै। किसानो को चाहिए की बरसात के पानी को स्टोर करने के लिए घर के बाहर या फिर खेत के आसपास बोरिंग के माध्यम पानी को जमीन में पहुंचाएं, ताकि भू-गर्भ में जलस्तर बना रहे और मिट्टी की नमी बरकार रहे।
उन्होंने कहा कि मौसम आधारित खेती करने से उपज अधिक होती है और उसका बाजार मूल्य भी अच्छा मिलता है। तना अधारित खेती कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। कैमूर जिले के करजांव गांव के किसानों को कृषि के क्षेत्र में जागरुक करने की जिम्मेदारी लखनऊ की किरण शोध समिति को दी गई है। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक सदानंद राय ने किसानों को उपज व आय वृद्धि संबंधी खेतीबारी की कई उपयोगी जानकारी दी। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. अवधेश कुमार शर्मा, डॉ. अमीत कुमार सिंह, निरज कुमार चौधरी, सीओ चौधरी मुरली मनोहर प्रसाद राय सहित कई अधिकारी व किसान मौजूद थे।
फोटो-29- जून भभुआ- 13
कैप्शन- चैनपुर के करजाव में शुक्रवार को आयोजित कार्यशाला में किसानों को जानकारी देते पृथ्वी व कृषि वैज्ञानिक।