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फल विक्रेता की मौत पर आक्रोशित ग्रामीणों किया रोड जाम

दस लाख रुपया मुआवजे व सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे अवारी गांव के मृत फल व्यवसाई के पीड़ित परिजन , अफसरों के आश्वासन पर सड़क से हटे लोग, पोस्टमार्टम के लिए भेजा...

फल विक्रेता की मौत पर आक्रोशित ग्रामीणों किया रोड जाम
हिन्दुस्तान टीम,भभुआFri, 23 Oct 2020 09:10 PM
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दस लाख रुपया मुआवजे व सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे अवारी गांव के मृत फल व्यवसाई के पीड़ित परिजन

अफसरों के आश्वासन पर सड़क से हटे लोग, पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव

फल बेचकर घर जाने के दौरान बोलेरो के धक्के से हुई थी व्यवसाई की मौत

ग्राफिक्स

04 लाख की मुआवजे पर माने आक्रोशित ग्रामीण

03 हजार कबीर अंत्येष्टि योजना से मिला तत्काल

मोहनियां। एक संवाददाता

भभुआ-मोहनियां पथ पर गुरुवार की रात सड़क हादसे में फल विक्रेता की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने दूसरे दिन शुक्रवार को सड़क को तीन घंटे तक जाम रखा। ग्रामीण पीड़ित परिनों को दस लाख रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। सूचना पर पहुंचे डीएसपी रघुनाथ सिंह व सीओ राजीव कुमार ने उन्हें समझा-बुझाकर सड़क से हटाने की कोशिश की। लेकिन, वह उनकी सुनने को तैयार नहीं थे। लेकिन, बाद में चार लाख मुआवजे दिलाने के आश्वासन पर वह उनकी बात मानकर सड़क से हट गए, जिससे आवागमन शुरू हुआ।

बताया जाता है कि गुरुवार की रात अवारी गांव के 55 वर्षीय घुरा साह मोहनियां बाजार से फल बेचकर अपने घर जा रहे थे। वह जैसे ही उक्त मार्ग में हुंडई एजेंसी के सामने पहुंचे कि तेज रफ्तार से आ रही बोलेरो ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मार दी, जिससे लहूलुहान होकर वह सड़क पर गिर गए। उनके ठेले के फल सड़क पर बिखर गए। घटना की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने उन्हें आनन-फानन में अनुमंडल अस्पताल लाया, जहां चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने शव को ठेला पर लादकर घटनास्थल पहुंचे। बीच सड़क पर शव को रखकर भभुआ रोड को जाम कर मुआवजे व नौकरी की मांग करने लगे। घटना की सूचना जब डीएसपी व सीओ को मिली तो वह मौके पर पहुंचे। मुख्य पार्षद प्रतिनिधि शिवजी गुप्ता ने पीड़ित परिजनों को बहुत समझाया। उनके दुख-दर्द में अपने को शामिल होने का भरोसा दिया। अपने निजी कोष से मौके पर दस हजार की सहायता राशि दी। प्रशासन ने परिजनों को आपदा प्रबंधन से चार लाख, पारिवारिक लाभ योजना से बीस हजार व कबीर अंत्येष्टि योजना से तीन हजार रुपए दिलाने की बात कही। तब जाकर ग्रामीण माने और जाम को हटा। इसके बाद यातायात सामान्य हो गया।

तीन साल पहले बेटे की हुई थी मौत

मोहनीया। अवारी गांव के फल विक्रेता घुरा साह की मौत के बाद परिवार पर निवाला पर आफत आ गयी है। घर में कमाने वालों के नाम पर घुरा साह अकेले थे। इनके एक होनहार बेटे की तीन साल पहले अधौरा के तेलहाड़ कुंड में सेल्फी लेने के दौरान बह जाने से मौत हो गई थी। जबकि दूसरा बेटा किसी मामले में जेल में बंद है। ऐसे में अब परिजनों के सामने दो जून की रोटी का इंतजाम करना बड़ी समस्या बन गई है।

फोटो 23 अक्टूबर मोहनियां 2

कैप्शन- भभुआ रोड जाम के दौरान शुक्रवार को आक्रोशित परिजनों को समझते डीएसपी व अन्य।

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