2020 तक अस्पताल का भवन होगा तैयार
जीएमसीएच का भवन जुलाई 2020 तक तैयार हो जाएगा। इससे मरीजों का इलाज करने में चिकित्सकों को सहूलियत होगी। भवन निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। सभी बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। ये बातें स्वास्थ्य...
जीएमसीएच का भवन जुलाई 2020 तक तैयार हो जाएगा। इससे मरीजों का इलाज करने में चिकित्सकों को सहूलियत होगी। भवन निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। सभी बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। ये बातें स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहीं। वे शनिवार को मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के उपरांत संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे।
निरीक्षण के दौरान महिला वार्ड व इमरजेंसी के बीच जलजमाव को देख प्रधान सचिव ने नाराजगी जताई। कहा कि जब इमरजेंसी में जाने वाले रास्तें में ही जलजमाव है तो मरीज कैसे जाएंगे। इसके बाद प्रधान सचिव ने एक-एक भवनों का निरीक्षण करते हुए मस्जिद के पीछे मेडिकल कॉलेज की भूमि पर पहुंचे। साथ में चल रहे एसडीएम विद्यानाथ पासवान व प्राचार्य डॉ. विनोद प्रसाद से बीच-बीच में अन्य भवनों को देख जानकारी की।
प्रधान सचिव ने अतिक्रमण से मुक्त कराने का निर्देश दिया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार सिन्हा, एसीएमओ डॉ. अरविंद नारायण सिंह, बीएमआईसीएल के अधिकारी व एलएनटी कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सहित दर्र्जनों चिकित्सक व कर्मी उपस्थित थे।
आधा-अधूरे काम पर भड़के प्रधान सचिव
उद्घाटन के बाद प्रधान सचिव सीटी स्कैन रूम में पहुंचे। यहां आधा-अधूरा काम देख भड़क उठे। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों की क्लास लगाई। उन्होंने जल्द काम पूरा करने को कहा। मौके पर सीएस डॉ. अरुण कुमार सिन्हा,प्राचार्य डॉ. विनोद प्रसाद, विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार, सुधा भरती, अधीक्षक डॉ. श्रीकांत दूूबे आदि उपस्थित थे।