गेहूं की कटनी को नहीं मिल रहे मजदूर
गेहूं की तैयार फसल की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो तैयार फसल खेतों में ही बर्बाद हो सकती...

गेहूं की तैयार फसल की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो तैयार फसल खेतों में ही बर्बाद हो सकती है। इससे किसान कंगाल हो जाएंगे। नुरूल्लाहपुर गांव के किसान मोहम्मद मुनीब आलम, युसुफ इमाम, बेगमपुर के कृष्ण कुमार झा, तारा के प्रभात कुमार सहित अन्य किसानों ने बताया कि कोरोना वायरस के खौफ ने हर तरफ समस्या पैदा कर दिया है। इससे खेती बारी भी प्रभावित हो गई है। क्षेत्र के किसान सबसे अधिक गेहूं का उत्पादन करते हैं। इस बार गेहूं की अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है। गेहूं की फसल पककर पूरी तरह तैयार है। मौसम भी अनुकूल है, पर गेहूं काटने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। किसानों का कहना है कि लोग कोराना महामारी को लेकर घर से नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में खेत में लगे तैयार गेहूं की फसल नहीं कट पा रही है। लाॅकडाउन व्यवस्था तक अगर वर्षा या मौसम खराब हो गया और गेहूं की कटनी नहीं हुई तो किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पर पड़ सकता है। कई किसान ने बताया कि आगे मक्का, अरहर सहित अन्य फसलों की कटनी भी शुरू होने वाली है अगर यही हाल रहा तो उन फसलों की कटनी भी समयठ पर शुरू हो पाना मुश्किल लग रहा है। किसानों ने गेहूं की फसल कटाई के लिए सरकारी स्तर से रीपर मशीन उपलब्ध कराने की मांग की है।
