मुजफ्फरा कस्तूरबा विद्यालय के वार्डेन की संदिग्ध मौत, हत्या की आशंका
पेज तीन...शव हत्या व आत्महत्या दोनों विन्दुओं पर पुलिस कर रही है जांच वीरपुर। निज संवाददाता मुजफ्फरा कस्तूरबा गांधी...
वीरपुर। निज संवाददाता
मुजफ्फरा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डेन रिंकू कुमारी की लाश रविवार को विद्यालय के कमरे में मिलने से सनसनी फैल गई। 40 वर्षीया वार्डेन के गले में फंदा लगा शव कमरे के पंखे से लटक रहा था। शव मिलने की खबर मिलते ही देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहां पहुंचे लोग शव को देखकर कोई इसे हत्या तो कुछ लोग आत्महत्या बता रहे थे। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे विद्यालय के अनुसेवक बबलू कुमार ठाकुर जब विद्यालय पहुंचे तो वारदात की जानकारी मिली। वार्डेन बरौनी थाना क्षेत्र के असुरारी गांव स्थित अपने मायके में रहती थी। ग्रामीणों ने उसे सुबह सात बजे सुबह स्कूल आते देखा था। रविवार होने के कारण स्कूल में अन्य कोई शिक्षक या कर्मी नहीं थे। करीब साढ़े 12 बजे विद्यालय के आदेशपाल बबलू स्कूल पहुंचे तो स्कूल के मेन गेट के ग्रिल में अंदर से ताला लगा देखा। उसने ताला खोल कर जब अंदर प्रवेश किया तो विद्यालय के ऊपरी मंजिल के एक कमरे में पंखे से उसका शव लटक रहा था। तब उन्होंने आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही वीरपुर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
जमीन पर घुटने के बल लटक रहा था शव
वीरपुर। वार्डेन का शव जमीन पर घुटने के बल लटक रहा था। उसके गले में रस्सी कस कर बंधी थी। रस्सी का दूसरा छोड़ पंखे के रड से बांधा गया था। शव के गले व गर्दन पर प्लास्टिक की रस्सी का स्पष्ट निशान दिख रहा था। उसके पीठ, हाथ व पूरे बदन पर धूल लगा था। जिस कमरे में शव पाया गया उसका दरवाजा खुला हुआ था। इससे लोग उसके हत्या की आशंका व्यक्त कर रहे थे।
बन्द था सीसीटीवी कैमरा
वीरपुर। जब विद्यालय के अनुसेवक अंदर गया तो उसने सीसीटीवी कैमरा बन्द पाया। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि हत्या या आत्महत्या से पहले सीसीटीवी कैमरे को बंद कर दिया गया होगा। रविवार होने के कारण स्कूल में कोई शिक्षक व कर्मी नहीं आए थे। बबलू ने बताया कि उसे वार्डन ने फोन कर दोपहर 12 बजे आने को कहा था। उन्होंने कोई जरूरी रिपोर्ट बनाने की बात की थी। इसलिए अनुसेवक दोपहर में विद्यालय आए थे। बच्चों को भी अभी स्कूल में छुट्टी है।
कस्तूरबा विद्यालय में काफी विवादित रही थी वार्डेन
वीरपुर। पिछले आठ वर्षों से कस्तूरबा विद्यालय में वह वार्डेन के पद पर कार्यरत थी। विद्यालय के संचालन को लेकर वह कई बार विवादों में रही थी। विद्यालय के अन्य किसी भी शिक्षिका से उसका अच्छा सम्बन्ध नहीं था। विद्यालय के कर्मियों ने बताया कि पिछले चार दिनों से वह स्कूल नहीं आई थी। वह किसी नेटवर्किंग कम्पनी से भी जुड़ी थी। उसके साथ कई युवक उस व्यवसाय को लेकर स्कूल भी आते रहते थे।
10 साल से पति से थी अलग
वीरपुर। उसके परिजनों ने बताया कि उसकी शादी लखीसराय के गोपाल साह से हुई थी। पर पति से पिछले कुछ वर्षों से सम्बन्ध बहुत खराब चल रहा था। वह अपने पति से अलग रह रही थी। वह कई वर्षों से अपने मायके बरौनी प्रखंड के असुरारी में रह रही थी। उसकी तीन पुत्री भी उसके साथ ही रहती थी।
पुलिस हत्या व आत्महत्या दोनों बिन्दुओं पर कर रही जांच
वीरपुर। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया है। थानाध्यक्ष समरेंद्र कुमार ने बताया कि हत्या व आत्महत्या दोनों बिंदुओं पर जांच की जा रही है। शव के पास से वार्डेन का पर्स व उसका मोबाइल बरामद हुआ है। मोबाइल के कॉल डिटेल की जांच भी की जाएगी। जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।
पुत्रियों का रो-रो कर था बुरा हाल
वीरपुर। वार्डेन की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया। उसके मायके से उसकी 20 वर्षीया पुत्री मोनी, 15 वर्षीय पुत्री चेतन व 12 वर्षीया लूसी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था। तीनों दहाड़ मार कर रो रही थीं।