बिना पार्किंग शहर में चल रहे मॉल, शो रुम और बैंक
बक्सर। हिन्दुस्तान संवाददातादेहात से आकर यहां बसे। शहर का दायरा तो नहीं बढ़ा पर जनसंख्या बढ़ती गई। बैंकों के अलावा ब्रांडेड कंपनियों के शो रुम के अलावा बड़े-बड़े मॉल आज शहर में चल रहे हैं। खास तो यह...
बक्सर। हिन्दुस्तान संवाददाता
जिला बनने के बाद बक्सर की तस्वीर बदली है। जिला मुख्यालय में रहने वालों की संख्या भी बढ़ी है। बेहतर सुविधा के लिए लोग गांव-देहात से आकर यहां बसे। शहर का दायरा तो नहीं बढ़ा पर जनसंख्या बढ़ती गई। बैंकों के अलावा ब्रांडेड कंपनियों के शो रुम के अलावा बड़े-बड़े मॉल आज शहर में चल रहे हैं। खास तो यह है कि इन प्रतिष्ठानों ने वाहन पार्क करने की कोई व्यवस्था नहीं बनाई। नतीजा मार्केटिंग या बैंक के काम से आने वाले लोग अपने वाहन सड़क के किनारे ही पार्क कर देते हैं।
जाम लगने की मुख्य वजह है पार्किंग का नहीं होना:
शहर के पीपी रोड, नमक गोला रोड, मुनिम चौक या फिर मेन रोड में जरा घुम कर देखिए। बड़े-बड़े प्रतिष्ठानो के सामने सड़क पर किस कदर बाइक व अन्य वाहने बेतरतीब तरीके से पार्क की जाती है। ऐसे में सड़क के दोनों तरफ से चार चक्का वाहनों का प्रवेश होते ही सड़क पर जाम लग जाता है। देखते ही देखते सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। ऐसे में लोगों का अमूल्य समय बर्बाद तो होता ही है, जरुरी काम भी छूट जाते हैं। सबसे अधिक परेशानी पैदल चलने वाले राहगीरों को होती है।
क्या कहते हैं नगर परिषद के ईओ:
नगर परिषद के ईओ सुजीत कुमार ने कहा कि शहर में बिना पार्किंग के बड़े संस्थान खोलना न्यायोचित नहीं है। संस्थान खोलने से पहले ही पार्किंग की व्यवस्था कर लेनी चाहिए। ऐसा नहीं किए जाने के कारण शहर में जाम की स्थिति बन जाती है। जाम लगने से जहां वाहन सवार और राहगीरों को परेशानी होती है वहीं यातायात प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि बड़े संस्थान अपने यहां पार्किंग की व्यवस्था कर लें अन्यथा उन पर न्याय संगत कार्रवाई की जाएगी।