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कोरोना के खतरे के बीच सादे ढंग से की रामनवमी पूजा

कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के डर के साये में गुरुवार को क्षेत्र में रामनवमी पर्व को लोगों ने सादे ढंग से मनाया। अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष रामनवमी के मौके पर भजन कीर्तन नहीं हो रहे हैं। पूजा...

कोरोना के खतरे के बीच सादे ढंग से की रामनवमी पूजा
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायThu, 02 Apr 2020 06:53 PM
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कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के डर के साये में गुरुवार को क्षेत्र में रामनवमी पर्व को लोगों ने सादे ढंग से मनाया। अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष रामनवमी के मौके पर भजन कीर्तन नहीं हो रहे हैं। पूजा पाठ की जगह सन्नाटा छाया हुआ है। क्षेत्र के मेघौल, खोदावंदपुर, बिदुलिया, मलमल्ला, मुसहरी, तारा, चकवा, फफौत, बरियारपुर पश्चिमी, बरियारपुरपूर्वी, मिर्जापुर, बाड़ा, नारायणपुर, बेगमपुर, दौलतपुर, मसुराज, योगिडीह, चलकी ,पथराहा गांव के राम जानकी मंदिरों में भगवान राम का जन्मोत्सव बिल्कुल सादगी से हो रहा है। घर घर में लगाए जाने वाले महावीरी झंडों की संख्या में भी इस वर्ष बहुत कमी देखी गई है। प्रत्येक वर्ष मेघौल हाट तथा बाड़ा हाट परिसर में वासंतिक नवरात्र के मौके पर आयोजित होने वाला मेला इस वर्ष नहीं लगा है। दुर्गा मंदिर परिसर में एक भी दुकान नहीं सजी है। मां भगवती के दर्शन के लिए आने वाले इक्का दुक्का लोग दूर से ही दर्शन कर वापस जा रहे हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग अपने घरों में बन्द हैं। कभी कभी सायरन बजाती पुलिस प्रशासन की गाड़ी की आवाज से लोग चौंक जाते हैं। क्षेत्र की सभी आठ पंचायतों में मुखिया द्वारा लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को अपने घरों में ही रहने की चेतावनी दी जा रही है। दिल्ली में हुए सामूहिक जलसे से उत्पन्न देश की भयावह स्थिति से लोग अत्यंत भयभीत हैं। फहराया गया महावीरी झंडाछौड़ाही। रामनवमी के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों ठाकुरबाड़ी व ग्रामीण श्रद्धालुओ के घरों पर गुरुवार को भगवान राम की पूजा के बाद भक्तों ने महावीरी पताका की फेरी की। इस क्रम में बिना बाजा व भजनों के बीच सादे ढंग से रामनवमी की पूजा-अर्चना की गई। रामनवमी में घरों के अंदर खुद ही श्रद्धालुओं ने की पूजाडंडारी। कोरोना संकट को देखते हुए रामनवमी में इस बार भीड़भाड़ लगाने प्रशासनिक मनाही है। फलस्वरूप लोगों ने खुद पर भी पाबंदी लगा रखी है। ऐसे में श्रद्धालुओं ने जहां अपने - अपने घरों में ही खुद ही हनुमान जी के पूजन स्थल पर आस्था के साथ पूजा अर्चना कर ध्वजा बदलने का काम किया। वहीं मेंहा, तेतरी, डंडारी, बांक, राजोपुर, कटहरी, कटरमाला, सिसौनी आदि गांवों के ठाकुरबाड़ियों में भी केवल ठाकुरबाड़ी के पूजारी ने ही ध्वजारोहण का अनुष्ठान सम्पन्न किया। पूजारी के द्वारा भी कोरोना के इस संकट में अपने आप को बचने की सलाह दी। घर के भीतर खुद ही पूजा कर लेने एवं लॉकडाउन का पालन करने की भी बात कही। ठाकुर बाड़ियों और घरों में लहराया गया महावीरी पताकानावकोठी। वासंतिक नवरात्रा के नवें दिन दुर्गा मंदिरों में चहल-पहल बढ़ी। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा का दर्शन किया तथा मां से समाज व राष्ट्र की सलामती की दुआ मांगी। यों मंदिरों में सामाजिक दूरी बनाते रखने के लिए प्रतिबद्ध समिति के सदस्य थे। समिति की ओर से मंदिर में प्रवेश पर रोक लगी थी। बाहर से ही श्रद्धालू दर्शन कर रहे थे। खोंइछा भी भरने के लिए मंदिर जाने पर मनाही थी। प्रखंड के समसा तथा नावकोठी स्थित दुर्गा मंदिरों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी है। यहां मेले का भी आयोजन होता था। किन्तु इस बार लॉक डाउन के कारण समिति के सदस्यों ने मेले का आयोजन नहीं किया गया है। समसा और नावकोठी में हवन पूजन भी किया गया। समाजसेवी मनीष कुमार पाठक, मुख्यव्रती पिंटू कुमार ने बताया कि कन्याओं का पूजन कर भोजन भी कराया गया। इससे माहौल भक्तिमय हो गया। मास्क लगाकर की पूजा गढ़पुरा। निज संवाददाता वासंतिक नवरात्र के नवें दिन गुरुवार को भक्तों ने मां दुर्गा के स्वरूप सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा की। इस अवसर पर भक्तों ने दुर्गा सप्तशती और देवी पाठ के बाद माता की आरती और हवन कर भोग लगाया। कन्या पूजन और ब्राह्मण भोजन भी कराए गए। कुम्हारसों निवासी पंडित चंद्रमोहन झा बताते हैं कि मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना से भक्तों के भीतर कोई ऐसी कामना शेष नहीं रहती है जिसे वह पूर्ण करना चाहे। श्रद्धालु शुक्रवार को दशमी के अवसर पर सुबह में स्थानीय नदियों व सरोवरों में कलश का विसर्जन करेंगे। इधर चैती दुर्गा मंदिर सोनमा के परिसर में नवमीं के दिन सोशल डिस्टेंस का अनुपालन करते हुए उपस्थित कुछ महिला श्रद्धालुओं ने बारी बारी से माता का खोईंछा भरा। मंदिर परिसर में फिलहाल कोई भीड़ नहीं है। वहां जो भी स्थाई दुकानें हैं वह भी बंद है। शुक्रवार शाम प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इधर कोरे बाबा स्थान स्थित चैती दुर्गा मंदिर में भी श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर के बाहर रहकर दूरी बनाकर मां दुर्गा समेत विभिन्न देवताओं की श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की गई। जो भी श्रद्धालु यहां पूजा के लिए पहुंचे हुए थे सभी मास्क लगाकर आए थे। रामनवमी का त्यौहार प्रखंड क्षेत्र में धार्मिक आस्था और श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न ठाकुरबारी और हनुमान मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया था। प्रखंड मुख्यालय स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी में दोपहर 12:00 बजते ही मंदिर की घंटियां बजने लगी और शंख ध्वनि से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया।आस्था के साथ लोगों ने मनायी रामनवमीबरौनी। बरौनी शहरी व ग्रामीण इलाकों में गुरुवार को रामनवमी के पवित्र त्यौहार पूरे धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बाज़ार मोहल्ला स्थित हनुमान मंदिर में अखंड पाठ का आयोजन किया गया और पूरे विधि विधान से बजरंगबली की पूजा की गई। इस दौरान जय श्रीराम के नारों से पूरा वातावरण गुंजायमान बना रहा। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सोसल डिस्टेंसिंग के इस पूरे प्रकरण में सुरक्षा कर्मी भी पूरी तरह से जगह जगह मुस्तैद दिखे। मंदिरों में भगवान राम,लक्ष्मण, देवी सीता और हनुमान की प्रतिमा की पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना की गई।

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